पोकरण।
विधायक महंत प्रताप पुरी की सोशल मीडिया पोस्ट पर की गई आपत्तिजनक टिप्पणी को लेकर रविवार देर रात पोकरण में माहौल तनावपूर्ण हो गया। पुलिस द्वारा टिप्पणी करने वाले युवक को हिरासत में लेने के बाद बड़ी संख्या में लोग पोकरण थाने के बाहर इकट्ठा हो गए और विरोध करने लगे।
प्रत्यक्षदर्शियों के अनुसार, हिरासत में लिए गए युवक को छोड़ने की मांग को लेकर भीड़ और पुलिस के बीच बहस तेज हो गई। इस दौरान कुछ असामाजिक तत्वों ने अचानक थाने पर पथराव कर दिया, जिससे अफरा-तफरी मच गई। हालात को नियंत्रित करने के लिए पुलिस को आंसू गैस का सहारा लेना पड़ा।

थानाधिकारी छतरसिंह देवड़ा के नेतृत्व में पुलिस ने मोर्चा संभालते हुए उपद्रवियों को खदेड़ा और स्थिति पर नियंत्रण पाया। जैसलमेर पुलिस अधीक्षक सुधीर चौधरी और अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक प्रवीण कुमार सेन भी देर रात मौके पर पहुंचे और घटनास्थल का जायजा लिया।
हालात की गंभीरता को देखते हुए रामदेवरा, लाठी और सांकड़ा थानों से अतिरिक्त बल मंगवाया गया, साथ ही आरएसी के जवानों को भी थाना परिसर के बाहर तैनात किया गया। पुलिस ने देर रात तक इलाके में गश्त कर शांति व्यवस्था बनाए रखने की अपील की।
पुलिस ने जानकारी देते हुए बताया कि उक्त घटना के मुख्य सूत्रधार फिरोज खा (सरपंच पति) जिसने शराब के नशे में लोगो को गलत जानकारी देकर एकत्रित किया था । जिसके खिलाफ त्वरित कार्यवाही कर अब तक 13 लोगों को हिरासत में लिया है, घटना को लेकर आरोपियों से पूछताछ जारी है।
सूत्रों के अनुसार आरोपियों को आज जैसलमेर कोर्ट में पेश किया जाएगा । फिलहाल क्षेत्र में चर्चाओं का बाजार गर्म है । अतरिक्त पुलिस अधीक्षक प्रवीण कुमार सेन ने लोगों को सोशल मीडिया पर टिप्पणी नहीं करने व आपसी भाईचारा बनाए रखने की अपील की है ।