रिपोर्ट: महेन्द्र सिंह
जैसलमेर अखिल भारतीय कुमावत संत श्री गरवाजी सेवा समिति लौद्रवा जैसलमेर के तत्वावधान में कुमावत समाज के संस्थापक संत श्री गरवाजी महाराज की पुण्यतिथि के अवसर पर भव्य मेला एवं सामाजिक सम्मेलन श्रद्धा, भक्ति और सामाजिक समरसता के भाव के साथ सम्पन्न हुआ। यह आयोजन संत श्री गरवाजी महाराज की पावन समाधि स्थल लौद्रवा में आयोजित किया गया, जिसमें राजस्थान सहित अनेक क्षेत्रों से हजारों समाजबंधु व श्रद्धालु सम्मिलित हुए।
समिति के अध्यक्ष श्री राजूराम बग ने संत गरवाजी महाराज के जीवन और समाज सुधार में उनके योगदान को स्मरण करते हुए कहा कि उन्होंने समाज में व्याप्त कुरीतियों का विरोध करते हुए सामाजिक एकता, पुनर्विवाह और शिक्षा को बढ़ावा दिया। उनका जन्म भिडकमल भाटी परिवार में हुआ था। युवावस्था में उन्होंने वैराग्य धारण कर संत जीवन अपनाया और लौद्रवा में जीवित समाधि ली। उन्हीं की स्मृति में प्रतिवर्ष यह आयोजन श्रद्धा और भक्ति के साथ किया जाता है।
महामंत्री रेवन्तराम मंगलराव ने बताया कि मेले के अवसर पर श्रद्धालुओं के लिए नि:शुल्क भोजन प्रसादी एवं जल की व्यवस्था गजेलाल गेदर परिवार बाप फलोदी द्वारा की गई, वहीं चाय और दूध की सेवा जेठाराम बोरावट गैराजा द्वारा समाज हित में की गई।
भजन-सत्संग कार्यक्रम में संत श्री 1008 कमल भारती महाराज वैशाखी आश्रम के सान्निध्य में खेताराम भटिया एंड पार्टी रामगढ़ सहित विभिन्न भजन मंडलियों ने भक्ति संगीत प्रस्तुत कर श्रद्धालुओं को भक्ति रस में सराबोर किया।

मुख्य वक्ता गोरधनराम बाड़मेर ने समाज के युवाओं को शिक्षा, संस्कृति और मूल्यों के संरक्षण हेतु प्रेरित किया। उन्होंने समाज के जरूरतमंद वर्ग के लिए चलाई जा रही योजनाओं की जानकारी साझा की।
इस अवसर पर समाज के भामाशाहों ने भी सेवा भावना से घोषणाएं कीं। गेपरराम पुत्र जेताराम अरोड़ भानगढ़ बालेसर द्वारा संत महात्माओं के लिए एक कक्ष निर्माण हेतु पांच लाख एक हजार रुपये की घोषणा व फुसाराम, रामूराम, सोहनलाल पुत्र जोगाराम लखेसर गांव गोविंदसर की ओर से मंदिर परिसर में चौकी व अन्य निर्माण हेतु चार लाख रुपये की घोषणा की गई एवं अन्य भामाशाहों द्वारा भी सहयोग की घोषणाएं की गईं।
मेला संयोजक निंबाराम बोरावट ने आयोजन की सफलता में योगदान देने वाले समस्त समाजबंधुओं, पदाधिकारियों, अतिथियों और भामाशाहों के प्रति आभार व्यक्त किया। उन्होंने कहा कि समाज की एकता और सहभागिता ही किसी भी आयोजन की असली शक्ति है।
इस अवसर पर अखिल भारतीय कुमावत संत श्री गरवाजी सेवा समिति लौद्रवा जैसलमेर की नई कार्यकारिणी का चुनाव भी सर्वसम्मति से सम्पन्न हुआ। जिसमें दाऊलाल बाड़मेर और राजूराम बग जैसलमेर को संरक्षक नियुक्त किया गया। समिति में अर्जुनलाल रसीयड बाप को अध्यक्ष, मूलाराम मंगल खींया को महामंत्री, लीलाधर पौड़ काठोड़ी को कोषाध्यक्ष, बंशीलाल गेदर खीचन, निंबाराम बोरावट गेराजा, भीमाराम बोरावट, सुखराम चारणवाला को उपाध्यक्ष चुना गया।
कार्यकारिणी सदस्य के रूप में कुंदनलाल रामगढ़, ओम लिम्मा, राजेंद्र श्रीगंगानगर, सोहन गोविंदसर, भागीरथ नागौर, पदम जानरा, चतुर्भुज कनोई, अमानाराम गेराजा, चंदनाराम नेडान, बंशीलाल कुम्हारकोठा, भंवरलाल डिडाणिया, भूराराम देवका, नखताराम बालेसर, देवीलाल सत्तासर, राजेश फलोदी, सवाई बाप, सताराम चेराई, बाबूलाल गोगादे सहित अन्य को कार्यकारिणी में शामिल किया गया।
कार्यक्रम के समापन अवसर पर समाज के वरिष्ठजनों और जनप्रतिनिधियों ने समाज के संगठन, एकता, संघर्ष और भविष्य की दिशा पर सार्थक विचार साझा किए तथा समाज के चहुँमुखी विकास हेतु सभी समाजबंधुओं को एकजुट होकर कार्य करने का आह्वान किया।
इस आयोजन में कुमावत समाज अध्यक्ष जैसलमेर हुकमाराम भटिया , पूर्व प्रधान चुतराराम बोरावट, किसनलाल बाप, चनणाराम मंडाई, अध्यक्ष धर्मशाला रामदेवरा मूलाराम लंवा , नरसिंगाराम, डाउलाल बाड़मेर, राजेश बालेसर, देवीलाल, शिवदान मंगल, प्रागाराम बोरावट, तेजाराम मंगल, रेवन्तराम मंगलराव, अशोक बोबरवाल, लालाराम मंगलराव, पदमाराम दुगट, बंशीलाल गेदर, खेताराम खींया, भांवरूराम, मानाराम, केसराराम भटिया रामगढ़, लखाराम गोगादे, अशोक कनोई, गेनाराम, भीखाराम, कैलाश गेराजा, पदम बग सहित बड़ी संख्या में माताएं, बुजुर्ग, युवा और समाजबंधु उपस्थित रहे।