कुलदीप छंगाणी / पोकरण ( जैसलमेर )
जैसलमेर के सांकड़ा पंचायत समिति में कार्यरत विवादित ग्राम विकास अधिकारी भानुमती चारण को आखिरकार जिला परिषद जैसलमेर ने निलंबित कर दिया है । जानकारी के अनुसार जिला परिषद जैसलमेर की मुख्य कार्यकारी अधिकारी रश्मि रानी ने आदेश जारी कर बताया कि हाल ही में धौलिया ग्राम पंचायत में कार्यरत ग्राम विकास अधिकारी भानुमती चारण ने सांकड़ा पंचायत समिति की ओढानिया ग्राम पंचायत में रहते हुए अपने कार्यों का निष्पादन ठीक से नहीं किया और लगातार लापरवाही बरती है जिससे कि उन्हें तत्काल प्रभाव से निलंबित किया जाता है और निलंबन के दौरान मुख्यालय जिला परिषद जैसलमेर किया जाता है ।

गौरतलब है कि ग्रामविकास अधिकारी भानुमती चारण पर पहले भी भ्रष्टाचार में लिप्त होने और अहंकारी होने के आरोप लग चुके है तो वहीं हाल ही में सांकड़ा पंचायत के बीडीओ ने भी ग्राम विकास अधिकारी भानुमती चारण के खिलाफ ओढाणियां पंचायत से सरकारी रिकॉर्ड गायब करवाने का मामला लाठी थाने में दर्ज करवाया है ।

अपने कार्यकाल के दौरान इन आरोपों से घिरी रही विकास अधिकारी
पंचायत समिति सांकड़ा के विभिन्न पंचायतों में कार्यरत रहते हुए ग्राम विकास अधिकारी भानुमती चारण हमेशा विवादों से से घिरी रही है । ओढ़ाणियां सरपंच गजेन्द्र ने ग्राम विकास अधिकारी भानुमति के खिलाफ मुख्यमंत्री, पंचायतीराज मंत्री, पोकरण विधायक, जिला कलेक्टर, मुख्य कार्यकारी अधिकारी, विकास अधिकारी सहित अन्य प्रशासनिक अधिकारियों को लिखित में शिकायतें करके सबूतों के साथ गंभीर आरोप लगाएं थे । भानुमती पर आरोप है कि एक साल से अधिक समय तक ओढ़ाणियां ग्राम विकास अधिकारी पद पर रहते हुए भी उसने विकास कार्य ठप्प रखकर केन्द्र और राज्य सरकार की लोककल्याणकारी योजनाओं का आमजन को लाभ नही पहुंचाया जिससे लोग परेशान रहे । लोगों को सरकार की जनकल्याणकारी योजनाओं का लाभ नही मिला तो ग्रामीणों ने लिखित में दर्जनों शिकायतें विभागीय अधिकारियों को की थी । ग्राम विकास अधिकारी भानुमति चारण पर आरोप है कि इसने केलावा, लोहारकी,सादा सहित कई ग्राम पंचायतो में ग्राम विकास अधिकारी के पद पर रहते हुए सरपंचो के खिलाफ शिकायतें करवाकर विकास कार्य बंद करवाए और आमजन को परेशान किया ।
Discover more from THAR CHRONICLE
Subscribe to get the latest posts sent to your email.

