सूरतगढ़, राजस्थान
शहर की विभिन्न जन समस्याओं को लेकर मंगलवार को निवर्तमान पार्षदों और जनप्रतिनिधियों का एक प्रतिनिधि मंडल नगरपालिका प्रशासक एवं उपखंड अधिकारी भरत जयप्रकाश मीना से मिला। प्रतिनिधियों ने मुलाकात के दौरान शहर की ज्वलंत समस्याओं पर गंभीर चिंता व्यक्त की और एक विस्तृत मांग पत्र सौंपकर शीघ्र समाधान की मांग की।
प्रतिनिधि मंडल ने बताया कि पिछले एक वर्ष से नगरपालिका क्षेत्र में विकास एवं निर्माण कार्य ठप पड़े हैं, जिसके चलते सड़कों और मार्गों की स्थिति दयनीय हो चुकी है। बरसात में खराब सड़कों ने जनजीवन को और अधिक प्रभावित किया है। वहीं शहर में मच्छरों के प्रकोप को रोकने के लिए फॉगिंग और काला तेल छिड़काव का अभाव भी बड़ा स्वास्थ्य संकट पैदा कर रहा है।
मुख्य बाजार और रेलवे स्टेशन रोड पर पार्किंग की अव्यवस्था को भी गंभीर समस्या बताते हुए त्वरित सुधार की मांग की गई। साथ ही शहर में आवारा गोवंश की बढ़ती संख्या पर नियंत्रण के लिए ठोस कदम उठाने की आवश्यकता जताई गई, क्योंकि अब तक कई नागरिक गोवंश की वजह से घायल हो चुके हैं।
प्रतिनिधियों ने “शहरों के संग अभियान” को असफल बताते हुए कहा कि पट्टों और नामांतरण के मामलों में अत्यधिक देरी से आमजन को भारी परेशानी का सामना करना पड़ रहा है। उन्होंने चेतावनी देते हुए कहा कि यदि इन समस्याओं का जल्द समाधान नहीं किया गया, तो जन सहयोग के साथ आंदोलन की राह अपनाई जाएगी।
आज मिले प्रतिनिधि मंडल में निवर्तमान पार्षद कामरेड मदन ओझा, जनता मोर्चा के अध्यक्ष ओम राजपुरोहित, निर्वतमान नगर पालिका उपाध्यक्ष सलीम कुरैशी, कृष्ण छींपा, राकेश राठी, किसन पारीक, नौरंग सिंह और दलीप घोडेला शामिल थे।
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