पोकरण, राजस्थान
पोकरण खुहड़ा गांव में दो दलित युवकों के साथ कथित रूप से अडानी कंपनी के सुरक्षा गार्डों द्वारा मारपीट और जातिसूचक गालियों के मामले में अब तक कोई गिरफ्तारी नहीं हुई है। पीड़ित पक्ष की एफआईआर दर्ज होने के 25 दिन बाद भी आरोपी खुलेआम घूम रहे हैं और पीड़ित परिवार पर मुकदमा वापस लेने का दबाव बनाया जा रहा है, जिससे परिवार मानसिक तनाव में है।
दलित अधिकार अभियान कमेटी के अध्यक्ष सुरेश नागौरा के नेतृत्व में उपखण्ड अधिकारी को ज्ञापन सौंपते हुए दोषियों की शीघ्र गिरफ्तारी की मांग की गई। ज्ञापन सौंपने के दौरान कमेटी के उपाध्यक्ष चेतनराम भाटी, लूणकरण जटिया, मोहनलाल जीनगर, सचिव गणपतराम गर्ग, कोषाध्यक्ष बांकाराम पूनड़, मीडिया प्रभारी भंवरलाल लीलावत और अन्य समाजसेवी मौजूद थे।
कमेटी ने चेतावनी दी कि अगर 15 अक्टूबर तक पुलिस की ओर से कोई संतोषजनक कार्रवाई नहीं होती है, तो 16 अक्टूबर को उपखण्ड अधिकारी कार्यालय के बाहर धरना-प्रदर्शन किया जाएगा और न्याय की मांग को लेकर आंदोलन तेज होगा। इस मामले ने स्थानीय कानून व्यवस्था और सामाजिक न्याय पर गंभीर सवाल खड़े कर दिए हैं।
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