जैसलमेर प्रदेश में मुख्यमंत्री श्री भजनलाल शर्मा के नेतृत्व में राज्य सरकार द्वारा जनहित में चलाए गए वंदे गंगा जल संरक्षण जन अभियान एवं पंडित दीनदयाल उपाध्याय अंत्योदय संबल पखवाड़ा ने जैसलमेर जिले में जन-जन तक पहुँच कर समस्याओं के समाधान एवं प्राकृतिक संरक्षण के क्षेत्र में नई मिसाल पेश की है।
जिला कलक्टर श्री प्रताप सिंह के मार्गदर्शन में प्रशासन एवं संबंधित विभागों ने इन दोनों अभियानों को पूर्ण समर्पण, कार्यकुशलता और संवेदनशीलता के साथ धरातल पर उतारते हुए उल्लेखनीय सफलता अर्जित की है।
वंदे गंगा जल संरक्षण जन अभियान
जल है तो कल है की भावना को साकार करता अभियान
राज्य सरकार की मंशानुसार जैसलमेर जिले में पारंपरिक जल स्रोतों की साफ-सफाई, पुनर्भरण और संरक्षण का कार्य युद्धस्तर पर किया गया। इस अभियान में न केवल प्रशासन बल्कि आमजन, स्कूली छात्र, सामाजिक संस्थाएं एवं जनप्रतिनिधियों की भी सक्रिय भागीदारी रही।
मुख्य कार्यों में शामिल रहे
- मुख्यमंत्री श्री भजनलाल शर्मा ने जैसलमेर के गडीसर में पूजा-अर्चना कर अभियान का विधिवत समापन किया।
- अभियान के तहत 1788 गतिविधियों में लगभग 1.45 लाख लोगों ने सहभागिता निभाई।
- नवीन जल संचय संरचनाओं की शुरूआत एवं पूर्ण कार्यों का अवलोकन एवं लोकार्पण।
- जल स्त्रोंतो की साफ-सफाई, परम्परागत जल संरचनाओं का पुनरूद्धार।
- चारागाहों एवं अन्य स्थानों पर हरियालो राजस्थान वृक्षारोपण महाभियान।
- जन जाग्रति हेतु जल स्रोतों का पूजन, कलश यात्राएं, प्रभात फेरी, जनजागरूकता रैलियां, कार्यशालाएं, रात्रि चौपाल, ग्राम सभाओं इत्यादि का आयोजन।
- जल सेवा, पशुओं एवं पक्षियों के लिए जल प्रबन्ध।
- हरखेड़ी नाड़ी (गांव मावा) की साफ-सफाई व गहराईकरण।
- पारंपरिक खड़ीन प्रणाली के संरक्षण एवं प्रचार पर विशेष फोकस।
- जल संरक्षण विषय पर स्कूलों, पंचायतों में वाद-विवाद प्रतियोगिता, चित्रकला व नुक्कड़ नाटक।
- ग्राम स्तरीय समितियों द्वारा जल स्रोतों की निगरानी एवं संरक्षण।
- अभियान में राज्य सरकार के समस्त विभागों के साथ-साथ जनप्रतिनिधियों, भामाशाहों, स्वयं सेवी संस्थाओं, उद्योगपतियों, धार्मिक संस्थाओं एवं प्रत्येक व्यक्ति की भागिदारी से इस अभियान ने जन आंदोलन का रूप लिया।
पंडित दीनदयाल उपाध्याय अंत्योदय संबल पखवाड़ राज्य सरकार पहुँची अंतिम व्यक्ति तक
मुख्यमंत्री श्री भजनलाल शर्मा द्वारा घोषित पंडित दीनदयाल उपाध्याय अंत्योदय संबल पखवाड़ा के तहत जैसलमेर जिले की ग्राम पंचायतों में व्यापक प्रशासनिक शिविरों का आयोजन किया गया। इन शिविरों में वास्तविक पात्र व्यक्तियों को योजनाओं से जोड़ने, समस्याओं के मौके पर समाधान, प्रमाण-पत्र वितरण जैसे कार्य हुए।

प्रमुख उपलब्धियां
- लाखों लोगों को शिविरों में विभिन्न योजनाओं का लाभ मिला।
- वर्षों से बंद पड़े रास्ते खुले।
- जमीन विवाद आपसी सहमति से सुलझे।
- वर्षों से बंद पेंशन योजनाएं पुनः प्रारंभ हुईं।
- स्वामित्व योजना के तहत लोगों को अपना हक मिला।
- दिव्यांग प्रमाण पत्र व सामाजिक सुरक्षा पेंशन स्वीकृति।
- मुख्यमंत्री पशु मंगला बीमा योजना के तहत रजिस्ट्रेशन किया गया।
- पशुओं का स्वास्थ्य परीक्षण, मुक्त उपचार एवं टीकाकरण।
- राशन कार्ड, जनाधार, आवास योजना, उज्ज्वला गैस कनेक्शन सहित अनेक जनकल्याणकारी योजनाओं का लाभ।
- प्रशासनिक अधिकारियों द्वारा मौके पर समाधान, जिससे आमजन का भरोसा बढ़ा।
जिला प्रशासन की प्रतिबद्धता और सक्रियता
जिला कलक्टर प्रताप सिंह के नेतृत्व में संबंधित उपखंड अधिकारी, तहसीलदार, बीडीओ, चिकित्सा, शिक्षा, महिला एवं बाल विकास, जलदाय, राजस्व, पंचायत राज सहित अन्य विभागों ने समन्वय और सामूहिक सहभागिता से इन अभियानों को सफल बनाया। उन्होंने अधिकारियों को स्पष्ट निर्देश दिए कि जनसमस्याओं के प्रति संवेदनशील दृष्टिकोण अपनाएं, शिविरों में अधिक से अधिक लाभार्थियों को जोड़ें, योजनाओं का लाभ वास्तव में पात्र व्यक्ति तक पहुंचे, अभियान समाप्त होने के बाद भी मॉनिटरिंग व फॉलोअप सुनिश्चित किया जाए।

जनप्रतिनिधियों एवं आमजन की भागीदारी
इन अभियानों की सबसे बड़ी विशेषता यह रही कि ये अभियान सरकारी नहीं बल्कि जन-अभियान बन गए। जहां एक ओर जनप्रतिनिधियों ने इन शिविरों में बढ़चढ़ भाग लिया। वहीं ग्रामीणों ने जल स्रोतों की साफ-सफाई में स्वयंसेवी भूमिका निभाई। साथ ही, महिलाओं, युवाओं और विद्यार्थियों ने भी इन कार्यक्रमों में उत्साह से भाग लिया।
सफल अभियानों के पीछे सार्थक रणनीति
इन अभियानों को सफल बनाने में जिला प्रशासन द्वारा अपनाई गई रणनीति विशेष रूप से सराहनीय रही। जैसे पूर्व नियोजित कार्ययोजना, ग्राम स्तरीय समितियों का गठन, जन-जागरूकता कार्यक्रम, नियमित मॉनिटरिंग एवं सोशल मीडिया प्रचार, समर्पित अधिकारियों की तैनाती इत्यादि।

परिणामस्वरूप जैसलमेर बना मॉडल जिला
जैसलमेर जिले में इन दोनों अभियानों की सफलता ने यह साबित किया कि जब सरकार की मंशा साफ हो, प्रशासन सक्रिय हो और जनता जागरूक हो तो हर लक्ष्य संभव है।
इन अभियानों से आज जैसलमेर में जल संरक्षण की जागरूकता बढ़ी है एवं जनता को योजनाओं का सीधा लाभ मिला है। वहीं, आमजन में प्रशासन के प्रति विश्वास और सहभागिता मजबूत हुई है।
मुख्यमंत्री श्री भजनलाल शर्मा के नेतृत्व में राज्य सरकार द्वारा संचालित वंदे गंगा जल संरक्षण जन अभियान एवं अंत्योदय संबल पखवाड़ा ने जैसलमेर जिले में जनकल्याण के क्षेत्र में एक नई और सशक्त शुरुआत की है। जिला प्रशासन, विभागीय अधिकारियों, जनप्रतिनिधियों एवं आमजन की संयुक्त भागीदारी ने इन अभियानों को जन अभियान में परिवर्तित कर दिया। राज्य सरकार का मुख्य ध्येय है कि अंतिम व्यक्ति तक योजनाओं की पहुँच एवं प्रकृति के संरक्षण के प्रति जनजागरूकता। जैसलमेर जिला इन उद्देश्यों पर पूर्ण रूप से खरा उतरा है।
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