स्थान: जोधपुर रिपोर्टर: अभिषेक सैन
पुलिस विभाग के प्रमुख DGP राजीव शर्मा जोधपुर दौरे पर हैं। उन्होंने जोधपुर पुलिस कमिश्नरेट की समीक्षा बैठक के दौरान अवैध मादक पदार्थ की तस्करी रोकने, बेहतर पुलिसिंग और पुलिसकर्मियों के स्वास्थ्य पर विशेष जोर दिया।
DGP राजीव शर्मा ने प्रेस कॉन्फ्रेंस में कहा कि किसी भी अपराध में पुलिसकर्मी की संलिप्तता पाए जाने पर सख्त कार्रवाई की जाएगी। उन्होंने स्पष्ट किया, “ऐसे लोगों का विभाग में कोई स्थान नहीं है, उन्हें जेल भेजा जाएगा। राज्य सरकार की नीति जीरो टॉलरेंस की है।”
पुलिसकर्मियों की सेहत और वीकली ऑफ पर निर्देश
DGP ने पुलिसकर्मियों के मानसिक स्वास्थ्य पर भी जोर दिया और कहा कि 40 साल से अधिक उम्र के सभी पुलिसकर्मियों की मेडिकल जांच कराई जाती है। वीकली ऑफ के मामले में उन्होंने कहा कि कोई फिक्स रूल नहीं बनाया जा सकता। SHO अपने कर्मचारियों की जरूरत के अनुसार रेस्ट सुनिश्चित करें और उन्हें योगा व प्राणायाम करने के लिए प्रेरित करें।
झूठे मुकदमे और महिला सुरक्षा
महिला अपराधों और झूठे मुकदमे दर्ज करवाने के मामलों पर DGP ने कहा कि सभी थानों में निर्देशित किया गया है कि यदि कोई परिवादी अपना हित साधने के लिए झूठा मुकदमा दर्ज कराता है, तो उसके खिलाफ पुलिस कार्रवाई की जाएगी। “इससे पुलिस का समय भी बर्बाद होता है और आंकड़ों में अपराध बढ़ता दिखता है,” उन्होंने कहा।
राजस्थान में सभी थानों में CCTV कैमरा लगाने के निर्देश दिए गए हैं। DGP ने बताया कि तकनीक का सही उपयोग कर अपराधियों को पकड़ा जाएगा और महिलाओं व बच्चों की सुरक्षा सुनिश्चित की जाएगी।
अन्य मुद्दों पर बयान
DGP ने ट्रैफिक नियमों का उल्लंघन करने वालों पर चिंता जताई। पढ़े-लिखे और संपन्न लोग अक्सर नियम तोड़ते हैं। बॉर्डर जिलों में FSL टीमों की संख्या बढ़ाने और प्रमोशन प्रक्रिया में देरी को दूर करने के प्रयास किए जा रहे हैं।
DGP राजीव शर्मा ने कहा कि पुलिस विभाग का उद्देश्य केवल अपराध रोकना नहीं है, बल्कि कर्मचारियों और जनता की सुरक्षा और सुविधा सुनिश्चित करना है।
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