जोधपुर। पश्चिमी राजस्थान में स्वास्थ्य सेवाओं के क्षेत्र में तेजी से अग्रसर विनायका हॉस्पिटल ने एक नई उपलब्धि हासिल की है। अस्पताल में डॉ. एनबी यूरोलॉजी की दो नई सीटें शुरू की गई हैं, जो चिकित्सा शिक्षा और क्षेत्रीय मरीजों को उच्च स्तरीय विशेषज्ञता प्रदान करने में मदद करेंगी।
विभागाध्यक्ष डॉ. प्रदीप शर्मा और अकादमिक प्रोफेसर डॉ. प्रकाश रांका के नेतृत्व में अब तक पचास हजार से अधिक यूरोलॉजी केस सफलतापूर्वक किए जा चुके हैं। अस्पताल में किडनी स्टोन, प्रोस्टेट और यूरो-ऑन्कोलॉजी जैसी जटिल सर्जरी नियमित रूप से की जाती हैं।
गायनाकोलॉजी विभाग की डायरेक्टर डॉ. कविता शर्मा के नेतृत्व में आईवीएफ और लेप्रोस्कोपिक गायनी सर्जरी की अत्याधुनिक सुविधाएं उपलब्ध हैं। विभाग का लक्ष्य है – हर मां बने स्वस्थ, हर परिवार बने खुशहाल।
मेडिकल सुपरिटेंडेंट डॉ. सौरभ त्रिवेदी के मार्गदर्शन में, लेप्रोस्कोपिक हर्निया, गॉलब्लैडर, लेजर पाइल्स-फिस्टुला और एडवांस्ड सर्जरी लगातार की जा रही हैं। इसके साथ ही, किडनी ट्रांसप्लांट और रोबोटिक सर्जरी की सुविधा जल्द ही शुरू होने वाली है। यह पश्चिमी राजस्थान में पहली बार उपलब्ध होगी, जिससे मरीजों को दिल्ली या मुंबई जाने की आवश्यकता नहीं पड़ेगी।
अस्पताल प्रबंधन का कहना है कि स्वास्थ्य केवल इलाज नहीं, बल्कि भरोसा और देखभाल का संगम है। हमारा प्रयास है कि हर मरीज हमें अपना परिवार समझे और हम उसके जीवन में स्वास्थ्य और मुस्कान लौटाएँ।
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