📍स्थान: जोधपुर, राजस्थान
📰 रिपोर्टर: अभिषेक सैन
प्रधानमंत्री श्री नरेंद्र मोदी द्वारा आज पीएम धन-धान्य कृषि योजना और दलहन आत्मनिर्भरता मिशन का शुभारंभ किया गया। इस कार्यक्रम का ऑनलाइन प्रसारण केंद्रीय शुष्क क्षेत्र अनुसंधान संस्थान (काजरी) जोधपुर एवं इसके क्षेत्रीय कार्यालयों तथा कृषि विज्ञान केंद्रों (KVK) में किया गया।
किसानों की उत्पादकता बढ़ाने की दिशा में बड़ा कदम
यह योजना ₹42,000 करोड़ की लागत से शुरू की गई है, जिसका उद्देश्य देश के कम प्रदर्शन वाले 100 आकांक्षी जिलों में कृषि उत्पादकता को बढ़ाना, फसल विविधीकरण को प्रोत्साहित करना, सिंचाई व भंडारण सुविधाओं में सुधार लाना और किसानों को सस्ती ऋण सुविधाएं उपलब्ध कराना है।
काजरी जोधपुर में आयोजित कार्यक्रम की अध्यक्षता कार्यकारी निदेशक डॉ. एस.पी.एस. तंवर ने की। इस दौरान माननीय केंद्रीय कृषि मंत्री श्री शिवराज सिंह चौहान ने किसानों से स्वदेशी तकनीक और टिकाऊ कृषि पद्धतियों को अपनाने का आह्वान किया।
प्रधानमंत्री ने बताया — ‘कृषि उत्पादन दोगुना हुआ’
प्रधानमंत्री मोदी ने कहा कि पिछले 11 वर्षों में देश की कृषि उत्पादकता दोगुनी हुई है। फल-सब्जी उत्पादन अब 90 मिलियन टन तक पहुंच गया है, जबकि फल एवं सब्जी उत्पादन 64 मिलियन टन हो गया है।
भारत अब दुग्ध उत्पादन में विश्व में प्रथम स्थान पर है, वहीं मछली, शहद और अंडे के उत्पादन में भी दोगुने से अधिक की वृद्धि दर्ज की गई है।

काजरी जोधपुर से जुड़े प्रगतिशील किसानों की सहभागिता
इस मौके पर डॉ. ए.के. शर्मा, डॉ. हंस राज महला, डॉ. आर.एन. कुमावत सहित कई विशेषज्ञों ने उन्नत कृषि तकनीकों पर अपने विचार रखे।
प्रगतिशील किसान रावल पंचारिया, विमला सियाग और अशोक कुमावत ने टिकाऊ खेती के अपने अनुभव साझा किए।
कार्यक्रम में डॉ. प्रियव्रत सांतरा (मुख्य प्रशासनिक अधिकारी) और संजीव कुमार सिन्हा सहित कई वरिष्ठ अधिकारी मौजूद रहे।
काजरी के प्रादेशिक केंद्र बीकानेर, पाली, भुज और जैसलमेर में भी समानांतर कार्यक्रम आयोजित किए गए।
काजरी से जुड़े उटांबर, बीसलपुर, बलहरवा, चंचलवा, रामनगर और कोटड़ा गांवों के किसानों ने भी ऑनलाइन जुड़कर भाग लिया।
इस आयोजन में डॉ. मंजूनाथ, डॉ. पूनम कलश, डॉ. सोमा श्रीवास्तव, डॉ. दीपिका, डॉ. परमिंदर और डॉ. ओ.पी. मीणा का सक्रिय योगदान रहा।
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