पादूकलां
बिजली ट्रांसफॉर्मर पर चढ़ी करेला बेल बनी चर्चा का केंद्र
कस्बे के सदर बाजार, पादूकलां स्थित मुख्य मार्ग पर लगा बिजली ट्रांसफॉर्मर इन दिनों एक अनोखा आकर्षण बना हुआ है। जहां आमतौर पर बिजली के खंभों पर सिर्फ तार और मशीनें दिखाई देती हैं, वहीं इस ट्रांसफॉर्मर को करेला बेल ने पूरी तरह ढक लिया है। बेल के बीच हरे–हरे करेलों से लेकर पके लाल करेलों तक लटकते हुए नजर आते हैं। यह नजारा हर राहगीर को रुकने पर मजबूर कर देता है।
राहगीरों की मुस्कान और मजाकिया टिप्पणियां
राहगीरों की जुबान पर मजाकिया टिप्पणी भी सुनाई देती है – “करंट और करेला, दोनों एक ही खंभे से।” कोई राहगीर इस दृश्य की फोटो मोबाइल में कैद कर सोशल मीडिया पर पोस्ट कर रहा है, तो कोई बच्चों को यह अनोखा नजारा दिखाने के लिए ठहर रहा है। कस्बे के बुजुर्गों का कहना है कि उन्होंने पहली बार बिजली ट्रांसफॉर्मर पर इस तरह की बेल को फलते-फूलते देखा है।

जीवन का बड़ा संदेश
स्थानीय लोग बताते हैं कि करेला बेल सिर्फ आकर्षण ही नहीं बल्कि प्रेरणा भी दे रही है। जिस तरह इस बेल ने लोहे और तारों के बीच अवसर ढूंढकर जगह का उपयोग किया और फल दिए, उसी तरह हर इंसान को भी जीवन में मिले अवसरों का सही उपयोग कर सफलता हासिल करनी चाहिए। यह दृश्य सिखाता है कि अवसर का इंतजार करने के बजाय उसे सही दिशा में लगाना ही जीवन की सफलता है।
पर्यावरण से जुड़ा संकेत
इस दृश्य से प्रकृति की अद्भुत जिजीविषा भी सामने आती है। करेला बेल ने यह साबित कर दिया है कि पेड़-पौधे किसी भी परिस्थिति में जीवन और विस्तार का रास्ता खोज ही लेते हैं। चाहे वातावरण कितना भी कठिन क्यों न हो, हरियाली और जीवन की संभावना बनी रहती है।
बच्चों और युवाओं में उत्सुकता
बच्चे अपने परिवार के साथ इस बेल को देखने आते हैं। वहीं कई युवा इसकी फोटो खींचकर सोशल मीडिया पर शेयर कर रहे हैं और मजाकिया कैप्शन लिख रहे हैं – “करेला विद करंट, पादूकलां का ट्रेंडिंग स्पॉट।” आज बाजार में आने-जाने वाले लोगों की नजर इस खंभे पर जरूर जाती है।
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