पादूकलां
केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह द्वारा जयपुर के JECC में आयोजित तीन नए आपराधिक कानूनों — भारतीय न्याय संहिता, भारतीय साक्ष्य अधिनियम और भारतीय नागरिक सुरक्षा संहिता — पर राज्य स्तरीय प्रदर्शनी के अवसर पर पादूकलां थाना परिसर में विशेष चर्चा का आयोजन किया गया। कार्यक्रम की थीम रही ‘नव विधान – न्याय की नई पहचान’, जिसमें पुलिस कार्यप्रणाली में तकनीकी बदलावों और डिजिटल प्रणाली के बढ़ते उपयोग पर विचार-विमर्श हुआ।
वीसी के माध्यम से जुड़े सीएलजी सदस्य और नागरिक
थाना परिसर में आयोजित इस चर्चा में सीएलजी सदस्य, शांति समिति सदस्य, ग्रामीण और प्रमुख नागरिकों ने वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के माध्यम से गृह मंत्री अमित शाह का संबोधन सुना। इस दौरान कानून की नई संरचना को डिजिटल और इंटरएक्टिव माध्यम से प्रस्तुत किया गया, जिससे आमजन तक उसकी समझ को सरल रूप में पहुंचाया जा सके।
थानाधिकारी भारमल चौधरी ने दी विस्तृत जानकारी
थानाधिकारी भारमल चौधरी ने कहा कि नए आपराधिक कानूनों से न्याय प्रक्रिया अधिक पारदर्शी, संवेदनशील और जनहितकारी बनेगी। उन्होंने कहा कि यह कानून जनता के अधिकारों की सुरक्षा को सशक्त बनाएंगे और पुलिस कार्यप्रणाली में टेक्नोलॉजी का प्रभावी उपयोग सुनिश्चित करेंगे। चौधरी ने सीएलजी और पुलिस मित्रों से समाज में कानून की जागरूकता फैलाने का आह्वान किया।
ग्रामीणों और शांति समिति की सक्रिय भागीदारी
कार्यक्रम में खाकीराम प्रजापत, जब्बार मोहम्मद, तैयब मोहम्मद, अन्नाराम पंवार, सरपंच प्रतिनिधि शिवजीराम फडौदा, हाजी नवाब अली कुरेशी, रमेश पारीक, रामस्वरूप टेलर, महेन्थनाथ योगी, भंवरसिंह राठौड़, राकेश उपाध्याय, चैनाराम पारासरिया, बक्साराम, भंवरलाल गौरा, दीपक सोनी, राजेंद्र राठी, भवरु खां तैली, मौलाना हाजी साबिर हुसैन, मिसरलाल सैनी, खियाराम लोरा, सहित अनेक ग्रामीण, सीएलजी सदस्य और शांति समिति प्रतिनिधि मौजूद रहे।

पुलिस कर्मियों की सक्रिय भूमिका
कार्यक्रम में एएसआई श्रवणराम, हेड कांस्टेबल चरण सिंह, हेमेंद्र गोरा, महेंद्र खोखर, सूचना अधिकारी रामकुवार भादू, कांस्टेबल रामकुवार, ललिता देवी, मनोज गोदारा, संजय राम, हंसराज, संजय कुमार सहित पुलिस जवानों ने सक्रिय भागीदारी निभाई।
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