पादूकलां, राजस्थान
निकटवर्ती ग्राम पंचायत बिखरनियां कलां में राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ (RSS) के शताब्दी वर्ष के उपलक्ष्य में भव्य विजयादशमी उत्सव एवं पथ संचलन का आयोजन किया गया। कार्यक्रम में स्वयंसेवक पूर्ण गणवेश में उपस्थित हुए और अनुशासन, संगठन एवं राष्ट्रभावना का जीवंत उदाहरण प्रस्तुत किया।
मुख्य वक्ता पुखराज सांखला, प्रांत मुख्य मार्ग कार्य प्रमुख, ने संघ के 100 वर्ष पूरे होने के महत्व पर प्रकाश डालते हुए “पंच परिवर्तन” – कुटुंब प्रबोधन, सामाजिक समरसता, पर्यावरण संरक्षण, नागरिक कर्तव्य और स्वदेशी भाव – को जीवन में अपनाने का आह्वान किया। उन्होंने कहा कि कुटुंब प्रबोधन से परिवार में संस्कार और संवाद मजबूत होते हैं, जबकि सामाजिक समरसता से समाज में एकता का सूत्र पिरोया जा सकता है।

महावीर प्रसाद ने अपने संबोधन में कहा कि संघ केवल संगठन नहीं, बल्कि समाज निर्माण की प्रेरक शक्ति है। स्वयंसेवक राष्ट्रभावना, संस्कार और एकता की मशाल जलाकर नई दिशा प्रदान कर रहे हैं।
पथ संचलन राजकीय उच्च माध्यमिक विद्यालय मैदान से प्रारंभ होकर मुख्य मार्गों से होते हुए संपन्न हुआ। मार्ग में ग्रामीणों ने पुष्पवर्षा कर स्वागत किया और तोरण द्वार सजाए गए। उत्सव में शस्त्र पूजन भी किया गया, जिसे राष्ट्र और धर्म रक्षा का प्रतीक माना गया। समाजसेवी भीयाराम लोमरोड ने बताया कि शताब्दी वर्ष के इस अवसर पर पूरे कस्बे में देशभक्ति और अनुशासन की अद्भुत झलक देखने को मिली।
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