रियाँबड़ी/नागौर
रियाँबड़ी उपखण्ड मुख्यालय स्थित बालिका विद्यालय परिसर में बजरी लीज खनन के पर्यावरण स्वीकृति हेतु लोक जनसुनवाई का आयोजन हुआ। इस सुनवाई की अध्यक्षता एसडीएम पूनम चोयल ने की। जनसुनवाई में उपखण्ड क्षेत्र के हजारों किसान और ग्रामीण पहुंचे और खनन गतिविधियों को लेकर कड़ा विरोध दर्ज कराया।
ग्रामीणों ने रखी मांग
ग्रामीणों ने डीएसआर (डिस्ट्रिक्ट सर्वे रिपोर्ट) को राज्य स्तर की कमेटी से तैयार करवाने की मांग की। साथ ही खनन पट्टे के प्लॉट नंबर 5, 8 और 9 को निरस्त करने पर जोर दिया।

अधिकारियों और जनप्रतिनिधियों की मौजूदगी
सुनवाई में डेगाना सीओ जयप्रकाश बेनीवाल, एसएचओ भारमल चौधरी, खनन विभाग और पर्यावरण विभाग के अधिकारी मौजूद रहे। इसके अलावा नगरपालिका अध्यक्ष गिरधारी लाल सैनी, एडवोकेट रामकिशोर तिवाड़ी, झींटिया सरपंच हरसुखराम चौधरी भी ग्रामीणों के साथ शामिल हुए।
खनन से पर्यावरण को खतरा
नगरपालिका अध्यक्ष गिरधारी लाल सैनी ने कहा कि अगर क्षेत्र में बजरी खनन शुरू हुआ तो आने वाले समय में पानी की कमी हो जाएगी और पर्यावरण को भारी नुकसान होगा। जीव-जंतु अकाल मौत मर जाएंगे। किसान रामकिशोर ने भी डीएसआर रिपोर्ट को उच्चस्तरीय कमेटी से बनाने की मांग दोहराई।

प्रशासनिक कार्यवाही
राजस्थान राज्य प्रदूषण नियंत्रण मंडल नागौर के क्षेत्रीय अधिकारी राजकुमार मीणा ने बताया कि जनसुनवाई के दौरान ग्रामीणों की आपत्तियों की वीडियोग्राफी करवाई गई है, जिसे उच्चाधिकारियों तक भेजा जाएगा।
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