सूरतगढ़।
राजकीय महाविद्यालय, सूरतगढ़ के भाषा विभाग व स्वर फाउंडेशन के संयुक्त तत्वावधान में 14 नवंबर को विवेकानंद हॉल में बाल दिवस अवसर पर भव्य कवि सम्मेलन आयोजित हुआ। राजस्थानी, पंजाबी व हिंदी के युवा और वरिष्ठ कवियों की उपस्थिति ने कार्यक्रम को विशेष बना दिया।
कार्यक्रम की अध्यक्षता प्राचार्य डॉ. रणजीत कौर ने की। उन्होंने कहा कि साहित्यिक आयोजन विद्यार्थियों में रचनात्मकता, संवेदनशीलता और साहित्य के प्रति रुचि विकसित करते हैं। उन्होंने युवा कवियों से भारतीय भाषाओं के साथ विश्व साहित्य का अध्ययन करने का आह्वान किया।
कवि सम्मेलन में सूरतगढ़ क्षेत्र के प्रतिष्ठित कवि राजेश चड्ढा, रमेशचंद्र छाबड़ा, डॉ. हर्ष भारती और यशपाल शर्मा ने वीररस, ओजस्वी गीतों और विविध भावों से युक्त रचनाओं का मनमोहक पाठ किया। कविताओं ने विद्यार्थियों में साहित्यिक ऊर्जा और नए उत्साह का संचार किया।

कार्यक्रम में 13 नवंबर को आयोजित काव्य पाठ प्रतियोगिता के विजेता—
संतोष (प्रथम), निशा (द्वितीय) और तमन्ना (तृतीय)—को आमंत्रित कवियों द्वारा सम्मानित किया गया। सभी प्रतिभागियों ने भी मंच पर अपनी रचनाएँ प्रस्तुत कर खूब वाहवाही लूटी।
युवा कवियों कमलेश कुमार, मनीष कुमार, संतोष कुमारी, निशा कुमारी, अर्चना, दीक्षा और तमन्ना ने राजस्थानी व हिंदी कविताओं का पाठ किया, जिससे वातावरण भावपूर्ण बना रहा।
वरिष्ठ कवि रमेशचंद्र छाबड़ा ने बाल दिवस पर पंडित जवाहरलाल नेहरू के जीवन पर आधारित कविता सुनाकर श्रोताओं को भावुक किया। डॉ. हर्ष भारती ने युवा जीवन पर केंद्रित मुक्तक प्रस्तुत किए। मुख्य आकर्षण रहे राजेश चड्ढा, जिन्होंने अपनी माता से प्रेरित रचनाएँ और प्रेम गीत सुनाकर सबको मंत्रमुग्ध कर दिया।
अंग्रेज़ी विभाग के सहायक आचार्य विनोद कुमार ने साहित्य की भूमिका व रचनात्मक विकास पर अपने विचार व्यक्त किए। महाविद्यालय परिवार ने सभी कवियों का स्मृति चिन्ह और माल्यार्पण कर सम्मान किया।
कार्यक्रम का सफल संचालन डॉ. गौरीशंकर निमिवाळ ने किया। अंत में स्वर फाउंडेशन के यशपाल शर्मा ने सभी कवियों, श्रोताओं और संकाय सदस्यों का आभार व्यक्त किया।
गौरतलब है कि महाविद्यालय की ओर से सांस्कृतिक समिति, साहित्यिक समिति और भाषा विभाग द्वारा साहित्यिक आयोजनों का यह क्रम भविष्य में भी जारी रहेगा।

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