स्थान: पीसांगन, अजमेर रिपोर्टर: ओमप्रकाश चौधरी
थाना परिसर में शुक्रवार को शांति समिति की एक महत्वपूर्ण बैठक आयोजित की गई। बैठक में उपखंड क्षेत्र में लगातार हो रही अतिवृष्टि और इससे उत्पन्न हालातों की समीक्षा की गई। बैठक की अध्यक्षता तहसीलदार भागीरथ चौधरी, विकास अधिकारी सोहनलाल डारा और थानाधिकारी प्रहलाद सहाय ने संयुक्त रूप से की।
अधिकारियों ने कहा कि भारी बारिश के कारण क्षेत्र में जलभराव और कमजोर इमारतों के गिरने की आशंका बनी हुई है। ऐसे में आमजन को जलभराव वाले क्षेत्रों तथा जर्जर भवनों से दूर रहने की सख्त सलाह दी गई है। उन्होंने ग्रामीणों से अपील की कि किसी भी आपात स्थिति में प्रशासन से तुरंत संपर्क करें ताकि समय रहते राहत पहुंचाई जा सके।
जनसहयोग से होगा आपदा प्रबंधन आसान
बैठक में पूर्व प्रधान उर्मिला कुमावत समेत शांति समिति के सदस्य, समाजसेवी और अन्य जनप्रतिनिधि उपस्थित रहे। सभी ने एकमत से यह निर्णय लिया कि किसी भी प्राकृतिक आपदा की स्थिति में प्रशासन और आमजन मिलकर कार्य करें ताकि जनहानि को रोका जा सके।
थानाधिकारी प्रहलाद सहाय ने कहा कि पुलिस प्रशासन हर स्थिति के लिए सतर्क है और आवश्यकतानुसार रेस्क्यू व सहायता कार्यों के लिए तैयार है। उन्होंने यह भी आश्वासन दिया कि संवेदनशील क्षेत्रों में निगरानी बढ़ाई जाएगी।
प्रमुख बिंदु:
- लगातार बारिश के चलते जर्जर भवनों को चिन्हित करने की प्रक्रिया शुरू।
- जलभराव वाले क्षेत्रों की सफाई और निकासी पर दिया जाएगा ध्यान।
- किसी भी आपदा की स्थिति में त्वरित प्रतिक्रिया हेतु कंट्रोल रूम अलर्ट मोड पर।
- जनप्रतिनिधियों से कहा गया कि वे अपने क्षेत्र के लोगों को सतर्क करें।
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