समरसता और सर्वपंथ समभाव का प्रतीक बन रहा बाबा रामदेव नेत्रकुम्भ महाशिविर

सिख गुरुद्वारे से जत्थे सहित पहुंचे मुख्य ग्रंथि, व्यवस्थाओं की की प्रशंसा

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पोकरण।
लोकदेवता बाबा रामदेव की तपोभूमि पर आयोजित नेत्रकुम्भ महाशिविर सामाजिक समरसता और सर्वपंथ समभाव का अद्भुत उदाहरण बनता जा रहा है। सेवा, समर्पण और सद्भाव के इस महायज्ञ में प्रतिदिन नए-नए अनुभव सामने आ रहे हैं।

सोमवार को पोकरण स्थित सिख पंथ के गुरुद्वारे के मुख्य ग्रंथि सरदार नक्षत्र सिंह अपने जत्थे के साथ नेत्रकुम्भ में पहुंचे और सेवाओं का लाभ उठाया। उन्होंने शिविर की व्यवस्थाओं की खुलकर सराहना करते हुए कहा कि यह आयोजन सिख समाज की पंगत और संगत परंपरा की भावना के अनुरूप है। उन्होंने कहा कि पंजीकरण से लेकर चश्मा वितरण तक की प्रक्रिया अनुशासित, समर्पित और जनसेवा से ओतप्रोत है। उन्होंने श्रद्धालुओं से अपील की कि वे भी नेत्रकुम्भ से जुड़कर सेवा कार्य में भाग लें।

इधर, शिविर का निरीक्षण करने के लिए देशभर से सामाजिक संगठनों के प्रतिनिधि भी लगातार पहुंच रहे हैं। सोमवार को विश्व हिंदू परिषद के संगठन मंत्री राजाराम, राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ के बाड़मेर विभाग प्रचारक जगदीश, जिला प्रचारक महावीर तथा जैसलमेर जिला प्रचारक रामजीवन ने नेत्रकुम्भ का दौरा किया। उन्होंने व्यवस्थाओं का जायज़ा लिया और शिविर में सेवा दे रहे कार्यकर्ताओं का उत्साहवर्धन किया।

सेवाकार्य के साथ-साथ शिविर में सामाजिक जागरूकता को भी बढ़ावा दिया जा रहा है। लाभार्थियों से रक्तदान और नेत्रदान के संकल्प पत्र भरवाए जा रहे हैं। सोमवार को कुल 36 नेत्रदान संकल्प पत्र भरे गए।

तीसरे दिन की प्रमुख उपलब्धियां –

  • कुल पंजीकरण व नेत्र जांच – 2322 व्यक्ति
  • निःशुल्क चश्मा वितरण – 1913 लाभार्थी
  • निःशुल्क औषधि वितरण – 1861 रोगी

शिविर में लाभार्थियों के लिए वातानुकूलित पंडाल, जल व विश्राम व्यवस्था, सहयोगी स्टाफ तथा शिष्ट आचरण सेवा भाव को और प्रभावी बना रहे हैं। आयोजक मंडल के अनुसार आने वाले दिनों में शिविर में भाग लेने वालों की संख्या में और वृद्धि की संभावना है।


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