बालोतरा।
बालोतरा के प्रख्यात साहित्यकार, लेखक और इतिहासकार मोहनलाल गहलोत के निधन पर कृष्णा सेवा संस्थान के सदस्यों ने उनके आवास पहुंचकर श्रद्धांजलि अर्पित की और परिजनों को ढांढस बंधाया। इस अवसर पर संस्थान के संस्थापक अध्यक्ष धर्मेंद्र दवे, मार्गदर्शक पारस भंडारी, संरक्षक अशोक व्यास, कृष्णा अणुव्रत सेवा समिति अध्यक्ष गौतम चौपड़ा, कोषाध्यक्ष आनंद दवे, मुकेश गहलोत, सांस्कृतिक सचिव विपिन दवे सहित कई सदस्य उपस्थित रहे।
लेखन ने दी बालोतरा को राष्ट्रीय पहचान
धर्मेंद्र दवे ने श्रद्धांजलि व्यक्त करते हुए कहा कि साहित्यकार मोहनलाल गहलोत केवल एक शिक्षक ही नहीं, बल्कि एक युगद्रष्टा साहित्यकार थे। उन्होंने अपने जीवन में 25 से अधिक पुस्तकें लिखीं, जो बालोतरा शहर को साहित्यिक दृष्टि से राष्ट्रीय मंच पर ले गईं। उनकी लेखनी में मायड़ भाषा के प्रति विशेष स्नेह स्पष्ट रूप से झलकता था।
गहलोत परिवार ने साझा की जीवन यात्रा
कार्यक्रम के दौरान स्व. गहलोत के छोटे भाई राजेंद्र गहलोत व पुत्र सुरेंद्र गहलोत ने उनकी जीवन यात्रा के प्रेरणास्पद पहलुओं को साझा किया। इस दौरान उपस्थित सभी सदस्यों ने उनकी स्मृति में मौन रखकर श्रद्धा सुमन अर्पित किए और इसे बालोतरा के लिए एक अपूरणीय क्षति बताया।
🕯️ थार क्रॉनिकल श्रद्धांजलि अर्पित करता है
साहित्यकार मोहनलाल गहलोत को ‘थार क्रॉनिकल’ परिवार भी विनम्र श्रद्धांजलि अर्पित करता है। उनके साहित्यिक योगदान और विचारधारा को सदैव स्मरण किया जाएगा।
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