पचपदरा (बालोतरा) | रिपोर्ट: मुकेश खारवाल, थार क्रॉनिकल
राजस्थान के बालोतरा क्षेत्र के पचपदरा कस्बे में शुक्रवार को एक दर्दनाक हादसा हो गया। बारिश से बचने के लिए बंद पड़े एक पुराने स्कूल भवन में शरण लिए दो गौवंशों की उस समय मौत हो गई, जब अचानक भवन का कमरा भरभराकर ढह गया।
बारिश से बचने की कोशिश बनी जानलेवा
लगातार हो रही बारिश से बचने के लिए गौवंश जर्जर कमरे में घुस गए थे। यह स्कूल भवन वर्ष 1992 से ही बंद पड़ा है और अब पूरी तरह जर्जर हालत में पहुंच चुका है। भवन की दीवारें और छतें कमजोर हो चुकी हैं, जो किसी भी समय गिर सकती हैं।
हादसे के समय खेल रहे थे बच्चे
स्थानीय लोगों के अनुसार, इस भवन के परिसर में रोजाना आसपास के बच्चे खेलते हैं। ऐसे में किसी बड़े हादसे की आशंका लगातार बनी रहती है। यह घटना प्रशासन की लापरवाही और नजरअंदाजी को उजागर करती है।
ग्रामीणों ने जताई चिंता
ग्रामीणों ने बताया कि उन्होंने कई बार इस जर्जर भवन को गिराने या मरम्मत कराने की मांग प्रशासन से की, लेकिन कोई कार्रवाई नहीं की गई। अब जब इस हादसे में दो बेजुबान जानवरों की जान चली गई, तब लोगों का गुस्सा फूट पड़ा है।
“क्या किसी बड़ी जनहानि का इंतजार है?”
ग्रामीणों का कहना है कि प्रशासन किसी बड़ी जनहानि का इंतजार कर रहा है। बच्चों की सुरक्षा को लेकर चिंता जताई जा रही है। लोगों की मांग है कि जल्द से जल्द इस भवन को या तो पूरी तरह ध्वस्त किया जाए या सुरक्षित किया जाए।
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