स्थान: बयाना
रिपोर्टर: दीपू पाराशर
रक्षाबंधन जैसे पवित्र पर्व से ठीक पहले बयाना की आंगनबाड़ी कार्यकर्ताओं और सहायिकाओं को सरकार की ओर से मिठाई और राखी की सौगात दी गई। मुख्यमंत्री भजनलाल शर्मा द्वारा घोषित “बहनों का सुरक्षा-सम्मान पर्व” अभियान के अंतर्गत प्रत्येक कार्यकर्ता को ₹501 की सौगात और ₹250 मूल्य की मिठाई देने का वादा किया गया था। परंतु अब इस वितरण में गड़बड़ी के आरोप सामने आने लगे हैं।
मात्र 750 ग्राम मिठाई, पारदर्शिता पर सवाल
कार्यकर्ताओं का आरोप है कि उन्हें दिए गए मिठाई के डिब्बे मात्र 750 ग्राम के थे, जबकि ₹250 की दर से एक किलो मिठाई दी जानी थी। डिब्बों में गुणवत्ता में भी भिन्नता पाई गई — कुछ को रसगुल्ले दिए गए, तो कुछ को बर्फी। कार्यकर्ताओं का यह भी कहना है कि सीडीपीओ कार्यालय से खास लोगों को बेहतर क्वालिटी की मिठाई दी गई, जबकि आम कार्यकर्ताओं के साथ भेदभाव किया गया।

सीडीपीओ जितेंद्र जिंदल पर आरोप
इस पूरे मामले में बयाना के सीडीपीओ जितेंद्र जिंदल पर गंभीर आरोप लगाए गए हैं। कार्यकर्ताओं का कहना है कि मिठाई की सप्लाई में मिलीभगत कर कम वजन और कम गुणवत्ता की मिठाई बांटी गई। उनका यह भी कहना है कि टेंडर की प्रक्रिया को जानबूझकर कुछ सप्लायर्स को फायदा पहुंचाने के लिए डिजाइन किया गया।
सीडीपीओ की सफाई और कर्मचारियों की नाराज़गी
जब इस संबंध में सीडीपीओ जितेंद्र जिंदल से बात की गई, तो उन्होंने जवाब दिया कि वितरण टेंडर प्रक्रिया के तहत हुआ है। हालांकि कार्यकर्ताओं ने इसे बहाना बताते हुए कहा कि इस प्रक्रिया में पारदर्शिता नहीं रही और नीचे तक कमीशनखोरी की गई।
एक कार्यकर्ता ने नाम न जाहिर करने की शर्त पर कहा, “सरकार ने राखी पर हमें तोहफा दिया, लेकिन अफसरों ने उसमें भी गड़बड़ी कर दी।”
जांच की मांग और चेतावनी
मामला अब तूल पकड़ता जा रहा है। कई कार्यकर्ताओं ने जिला कलेक्टर और महिला एवं बाल विकास विभाग से मामले की निष्पक्ष जांच कराने की मांग की है। उन्होंने चेतावनी दी है कि यदि जल्द कार्यवाही नहीं हुई तो वे विरोध प्रदर्शन करने को मजबूर होंगी।
विभागीय अधिकारी ने दिलाया भरोसा
जब इस विषय में उपनिदेशक महिला एवं बाल विकास विभाग भरतपुर, सिकरामाराम चॉयल से बात की गई, तो उन्होंने कहा कि उन्हें इस मामले की जानकारी मिली है और उचित कार्यवाही की जाएगी।
Discover more from THAR CHRONICLE
Subscribe to get the latest posts sent to your email.