जैसलमेर/रामदेवरा
रामदेवरा में चल रहे नेत्र महाकुंभ में इस बार सिर्फ नेत्र जांच और उपचार ही नहीं, बल्कि आयुर्वेद चिकित्सा सेवाएं भी बड़ी संख्या में लोगों के लिए संजीवनी साबित हो रही हैं। पोकरण से विशेष रूप से पहुंची आयुर्वेद विभाग की टीम पिछले एक माह से लगातार शिविर में डटी हुई है और ग्रामीणों व श्रद्धालुओं को निःशुल्क परामर्श और औषधियां उपलब्ध करा रही है।
एक माह में 2737 मरीजों को लाभ
शिविर प्रभारी डॉ. चारूलता ने बताया कि अब तक 2737 मरीजों का निःशुल्क उपचार किया गया है। इनमें जोड़ों के दर्द, पाचन विकार, चर्म रोग, श्वसन समस्याएं और मौसमी बीमारियों से पीड़ित मरीज शामिल हैं। सभी को उनकी प्रकृति और रोगानुसार आयुर्वेदिक औषधियां व जीवनशैली संबंधी परामर्श दिया गया।
टीम का उद्देश्य – अधिक से अधिक लोगों तक पहुँच
आयुर्वेद टीम में डॉ. बजरंग लाल, डॉ. घनश्याम, डॉ. राजेंद्र, डॉ. विकास और वरिष्ठ आयुर्वेद कंपाउंडर आसूलाल पालीवाल सहित कई सदस्य सक्रिय रूप से सेवाएं दे रहे हैं। उनका कहना है कि लक्ष्य यही है कि साधनविहीन वर्ग भी आयुर्वेदिक चिकित्सा से लाभान्वित हो सके।
श्रद्धालुओं ने की पहल की सराहना
स्थानीय श्रद्धालुओं और मरीजों ने कहा कि नेत्र जांच के साथ ही आयुर्वेदिक उपचार की सुविधा मिलना बड़ी राहत है। कई मरीजों ने बताया कि उन्हें लंबे समय से चली आ रही बीमारियों में सुधार महसूस हो रहा है।
डॉ. चारूलता ने कहा कि आयुर्वेद चिकित्सा शिविर आगे भी आवश्यकता अनुसार जारी रहेगा, ताकि गाँव-गाँव तक आयुर्वेद का संदेश पहुँचे और लोग बिना किसी आर्थिक बोझ के स्वास्थ्य सेवाओं का लाभ उठाते रहें।
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