कुलदीप छंगाणी : जैसलमेर
राजस्थान के मुख्यमंत्री भजनलाल शर्मा के खिलाफ सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म ‘X’ पर ‘भजनलाल हटाओ राजस्थान बचाओ’ हैशटैग पूरे भारत देश में ट्रेंड कर रहा है। यह हैशटैग 4 जुलाई 2025 को देशभर में नंबर एक ट्रेंड बन गया । जानकारी के मुताबिक 4 लाख 20 हजार से अधिक पोस्ट्स इस नारे के साथ साझा की गई है । इस ट्रेंड के पीछे राजस्थान सरकार के 2021 की सब-इंस्पेक्टर भर्ती परीक्षा रद्द न करने के फैसले के बाद बढ़ा जनाक्रोश और राष्ट्रीय लोकतांत्रिक पार्टी के सांसद हनुमान बेनीवाल के समर्थकों की सक्रिय भूमिका मुख्य कारण रही है ।

राजस्थान सरकार ने हाल ही में हाईकोर्ट में स्पष्ट किया कि 2021 की सब-इंस्पेक्टर भर्ती परीक्षा को रद्द नहीं किया जाएगा, क्योंकि विशेष जांच दल की जांच अभी जारी है। सरकार का तर्क है कि पूरी परीक्षा को रद्द करना जल्दबाजी होगी, क्योंकि कई चयनित अभ्यर्थी प्रशिक्षण प्राप्त कर रहे हैं। इस फैसले ने बेरोजगार युवाओं और आंदोलनकारियों में भारी नाराजगी पैदा की है, जो इस भर्ती में कथित पेपर लीक और धांधली के खिलाफ लंबे समय से प्रदर्शन कर रहे हैं।

हनुमान बेनीवाल और एसआई भर्ती
नागौर से सांसद और RLP प्रमुख हनुमान बेनीवाल इस मुद्दे को लेकर पिछले तीन महीनों से जयपुर के शहीद स्मारक पर धरना दे रहे हैं। उन्होंने भजनलाल सरकार पर आरोप लगाया है कि कुछ मंत्री और नौकरशाह अपने करीबियों को बचाने के लिए भर्ती रद्द करने में अड़ंगा डाल रहे हैं। बेनीवाल ने इस मुद्दे को राष्ट्रीय स्तर पर ले जाने की चेतावनी दी है और प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी व गृह मंत्री अमित शाह से मुलाकात का समय मांगा है। उनके समर्थकों और बेरोजगार युवाओं ने ‘X’ पर इस हैशटैग को ट्रेंडिंग में लाने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाई, जिसमें उन्होंने सरकार की कथित नाकामियों, बेरोजगारी, और प्रशासनिक अक्षमता को उजागर किया।

बीजेपी ने भजनलाल को भरोसेमंद बताकर किया पलटवार
कांग्रेस ने इस ट्रेंड को जनता की नाराजगी का प्रतीक बताया है। पूर्व मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ने दावा किया कि बीजेपी के अंदर ही भजनलाल को हटाने की साजिश चल रही है। दूसरी ओर, बीजेपी ने काउंटर ट्रेंड ‘#भजनलालमतलबभरोसा’ और ‘#RajasthanWithBhajanlal’ चलाकर सरकार की उपलब्धियों, जैसे ‘राइजिंग राजस्थान’ और पेपर लीक रोकने जैसे कदमों को गिनाया। बीजेपी नेताओं का कहना है कि यह ट्रेंड विपक्ष द्वारा प्रायोजित है और जनता को गुमराह करने की कोशिश है।
एक्स पर छिड़ी बहस के बारे में राजनीतिक विश्लेषक वैभव पुरोहित का कहना है कि
एक्स पर पोस्ट करने से कोई बदलाव नहीं आ सकता , ऐसे ट्रेंड नरेंद्र मोदी के खिलाफ भी खूब चलाए गए है , लेकिन इससे क्या फर्क पड़ा ? पुरोहित कहते है 'X' पर यूजर्स बेरोजगारी, बिजली कटौती, और कथित तानाशाही जैसे मुद्दों को उठाकर सरकार के खिलाफ गुस्सा जाहिर कर रही है लेकिन यह विरोध "X" तक सीमित रहेगा इसका वास्तव में कोई राजनीतिक असर होता दिखाई नहीं दे रहा ।
गौरतलब है कि बेनीवाल ने सरकार पर निशाना साधते हुए कहा है कि यह ‘पर्ची से बनी सरकार’ युवाओं के भविष्य से खिलवाड़ कर रही है। उन्होंने चेतावनी दी कि अगर भर्ती रद्द नहीं हुई, तो वह एक लाख युवाओं के साथ दिल्ली कूच करेंगे।
राजस्थान हाईकोर्ट ने सरकार को 7 जुलाई 2025 तक इस मामले में जवाब दाखिल करने का निर्देश दिया है। बेनीवाल और उनके समर्थकों का कहना है कि यह आंदोलन तब तक जारी रहेगा, जब तक भर्ती रद्द और RPSC का पुनर्गठन नहीं होता। इस बीच, यह ट्रेंड राजस्थान की सियासत में उथल-पुथल का प्रतीक बन गया है, जिसमें युवा और विपक्ष सरकार के खिलाफ एकजुट हो रहे हैं।
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