राजस्थान के जैसलमेर जिले के पोकरण उपखंड में स्थित बाबा रामदेव जी का ऐतिहासिक रामदेवरा धाम देशभर से आने वाले लाखों श्रद्धालुओं की आस्था का केंद्र है। हर वर्ष भादवा महीने में यहां भव्य मेला आयोजित होता है, जिसमें देश-विदेश से श्रद्धालु शामिल होते हैं।
आगामी महाकुंभ मेले और नेत्र कुंभ महा मेले की तैयारियों के तहत, स्वच्छ भारत अभियान को बल देते हुए सीमा सुरक्षा बल (BSF) की 72वीं बटालियन द्वारा रामदेवरा मंदिर परिसर में विशेष सफाई अभियान चलाया गया।

सेवाभाव के साथ जवानों का श्रमदान
इस सेवा अभियान का नेतृत्व द्वितीय कमान अधिकारी राजेंद्र सिंह ने किया। उनके साथ डिप्टी कमांडर शमशेर सिंह सहित अनेक जवानों ने मंदिर परिसर में झाड़ू लगाई, कचरा एकत्र किया और जगह-जगह स्वच्छता संबंधी जागरूकता फैलाई।
जवानों ने श्रद्धा और समर्पण भाव से श्रमदान कर यह सिद्ध किया कि “स्वच्छता ही सेवा” केवल नारा नहीं, बल्कि वास्तविक कर्म है। उनकी यह सेवा भावना श्रद्धालुओं और स्थानीय नागरिकों के लिए अनुकरणीय रही।

महाकुंभ की भव्यता और स्वच्छता का संगम
रामदेवरा में आगामी नेत्र कुंभ महा मेला के आयोजन को लेकर प्रशासन और समाजसेवी संस्थाएं तैयारियों में जुटी हैं। BSF द्वारा किया गया यह स्वच्छता अभियान, न केवल धार्मिक स्थल की गरिमा बनाए रखने की दिशा में एक अहम कदम है, बल्कि यह संदेश भी देता है कि भक्तिभाव के साथ-साथ हमें पर्यावरण और स्वच्छता का संतुलन भी बनाए रखना चाहिए।

रामदेवरा – श्रद्धा, समर्पण और लोक आस्था का प्रतीक
बाबा रामदेव जी, जिन्हें लोकदेवता और पीर के रूप में पूजा जाता है, समानता, सेवा और एकता के प्रतीक हैं। उनका धाम हर वर्ग और धर्म के लोगों को जोड़ता है। BSF का यह प्रयास बाबा रामदेव जी के बताए “सेवा ही धर्म है” सिद्धांत को सच्चे अर्थों में चरितार्थ करता है।

BSF की यह पहल केवल सफाई तक सीमित नहीं, बल्कि यह आने वाले लाखों श्रद्धालुओं के स्वागत की एक सकारात्मक शुरुआत है। यह अभियान हमें यह सोचने पर मजबूर करता है कि अगर हर नागरिक इसी तरह आगे आए, तो भारत को स्वच्छ और भव्य बनाना कोई कठिन कार्य नहीं।
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