प्रशासन की कार्रवाई से कुमावत समाज में आक्रोश, पोकरण उपखंड अधिकारी को सौंपा ज्ञापन

धर्मशाला की वैध भूमि पर बिना नोटिस कार्रवाई, समाज ने पांच सूत्रीय मांगें रखीं

पोकरण उपखंड अधिकारी को ज्ञापन सौंपते कुमावत समाज के प्रतिनिधि, रामदेवरा धर्मशाला विवाद
पोकरण उपखंड अधिकारी को ज्ञापन सौंपते कुमावत समाज के प्रतिनिधि, रामदेवरा धर्मशाला विवाद

रामदेवरा (पोकरण)।
रामदेवरा कस्बे में स्थित श्री रामदेव कुमावत न्याती धर्मशाला की पट्टा सुदा वैध भूमि पर प्रशासन द्वारा की गई अतिक्रमण हटाने की कार्रवाई को लेकर कुमारावत समाज में गहरा आक्रोश है। इसको लेकर सोमवार को बाड़मेर, जैसलमेर, फलोदी और जोधपुर संभाग से आए समाज के प्रतिनिधियों ने पोकरण उपखंड अधिकारी को एक ज्ञापन सौंपकर अपनी आपत्तियां दर्ज करवाईं।

ज्ञापन में बताया गया कि 9 जुलाई 2025 को प्रशासन ने रामदेवरा स्थित कुमावत समाज धर्मशाला की बैध भूमि पर अतिक्रमण हटाने की कार्रवाई करते हुए वहां लगे 15 फीट के टीनशेड को भी तोड़ दिया, जबकि यह भूमि पूरी तरह से पट्टा शुदा वैध है। समाज ने आरोप लगाया कि प्रशासन ने यह कार्रवाई बिना किसी कानूनी नोटिस व प्रक्रिया के की, जिससे समाज की आस्था को ठेस पहुँची है।

धर्मशाला परिसर में टीन शेड तोड़े जाने से न केवल बरसात और धूप में ठहरने की सुविधा समाप्त हो गई, बल्कि समाज के धार्मिक आयोजनों पर भी असर पड़ा।

समाज ने ज्ञापन में पाँच प्रमुख मांगें रखीं :

  1. धर्मशाला के सामने से हटाए गए टीन शेड को पूर्ववत पुनः स्थापित किया जाए।
  2. कानून विरुद्ध कार्रवाई से हुए नुकसान का उचित मुआवजा दिया जाए।
  3. इस प्रकरण की निष्पक्ष जांच कर दोषी अधिकारियों व राजनीतिक दबाव डालने वालों पर कानूनी कार्रवाई हो।
  4. धर्मशाला परिसर को स्थायी विधिक सुरक्षा दी जाए।
  5. समाज की भावनाओं को सम्मान देने हेतु प्रशासन सार्वजनिक क्षमा याचना जारी करे।

ज्ञापन में यह भी स्पष्ट चेताया गया कि यदि प्रशासन ने उचित कदम नहीं उठाए, तो कुमारावत समाज जन आंदोलन के लिए बाध्य होगा, जिसकी सम्पूर्ण जिम्मेदारी प्रशासन व राज्य सरकार की होगी।

इस अवसर पर समाज के मूलाराम, जगदीश, कानाराम, अर्जुन, भवरलाल, मदन, हरीश, भवानीकुमार, गुमानराम सहित कई पदाधिकारी एवं समाजजन मौजूद रहे। सभी ने ज्ञापन पर अपने हस्ताक्षर कर प्रशासन को सौंपा।

समाज ने उम्मीद जताई कि प्रशासन इस संवेदनशील मामले को गंभीरता से लेकर जल्द समाधान निकालेगा ताकि भविष्य में इस तरह की घटनाएं दोबारा न हों और श्रद्धालुओं की आस्था को ठेस न पहुँचे।


Discover more from THAR CHRONICLE

Subscribe to get the latest posts sent to your email.

Google search engine

Leave a Reply