पादूकलां। कस्बे सहित आसपास के ग्रामीण क्षेत्रों में शुक्रवार को मनाए जाने वाले ईद मिलादुन्नबी (बारह वफात) पर्व की तैयारियां गुरुवार देर शाम तक पूरी कर ली गईं। इस अवसर पर घरों, दुकानों, गलियों और मोहल्लों को रोशनी व सजावट से दुल्हन की तरह संवार दिया गया है।
नबी साहब की याद में पर्व
मौलाना हाजी साबीर हुसैन, मौलाना मकसूद आलम कादरी और मौलाना मोहम्मद हसन ने बताया कि इसी दिन नबी साहब (हुजूर सल्लल्लाहो अलैहि वसल्लम) का जन्म हुआ था और 63 वर्ष की आयु में इसी दिन उनका देहांत भी हुआ। एक ही दिन जन्म और निधन होना अपने आप में एक करिश्मा माना जाता है। इसी वजह से इस पर्व को बड़े ही श्रद्धा और उत्साह के साथ मनाया जाता है।

मस्जिदों और बाजारों में रोशनी
कस्बे की मदिना मस्जिद, नूरानी मस्जिद, कादरी मस्जिद और मदरसा मस्जिद सहित सभी मस्जिदों को दूधिया रोशनी, रंग-बिरंगी झालरों और झंडों से सजाया गया। वहीं बाजार में भी रोशनी और सजावट कर आकर्षक दृश्य प्रस्तुत किया गया।
युवाओं की अहम भूमिका
मदिना मस्जिद कमेटी के वरिष्ठ सदस्यों ने बताया कि हर साल की तरह इस साल भी मस्जिद और पूरे बाजार को लाइटों से सजाया गया है। कमेटी मेम्बर आमिर, मसीर, शहजाद, समीर गौरी, यासीन और सोनू खान सहित कई युवाओं ने इस काम में अहम भूमिका निभाई।
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