पादूकलां, संवाददाता।
गुरुवार सुबह से जारी मूसलाधार बारिश ने कस्बे और आसपास के गांवों में जनजीवन को ठप कर दिया। लगातार हो रही बरसात से खेत तालाब में बदल गए हैं और बाजरा, मूंग, ग्वार, ज्वार जैसी खरीफ फसलों पर संकट गहराने लगा है।
फसलें डूबने की कगार पर
किसान शिव नारायण ने बताया कि चार-पांच दिनों से हो रही लगातार बारिश ने खेतों को तालाब बना दिया है। यदि जल्द पानी नहीं निकला तो पूरी फसल नष्ट हो जाएगी। वहीं किसान अशोक का कहना है कि इस बार की मेहनत पर पानी फिरता नजर आ रहा है, क्योंकि खेतों से पानी निकालना बेहद मुश्किल हो गया है।
सड़कों और बाजारों में परेशानी
कस्बे की मुख्य सड़कें जलमग्न हो गईं। सड़क मार्गों पर पानी भरने से लोगों की आवाजाही प्रभावित हुई। स्कूली बच्चों को सबसे ज्यादा परेशानी उठानी पड़ी। पैदल और साइकिल से स्कूल जाने वाले विद्यार्थी बारिश में भीगते हुए पहुंचे और गीले कपड़ों में ही घर लौटे। बाजारों में भी सन्नाटा छा गया और खरीदारी पर असर पड़ा।
ग्रामीणों और विशेषज्ञों की चिंता
लगातार बारिश से लोगों के घरों के बाहर पानी भर गया, जिससे गंदगी और मच्छरों की समस्या बढ़ गई है। कृषि विशेषज्ञों ने किसानों को सलाह दी है कि खेतों में नालियां बनाकर अतिरिक्त पानी बाहर निकालें, ताकि पौधों की जड़ों को सड़ने से बचाया जा सके।
प्रशासन से राहत की मांग
ग्रामीणों और किसानों ने प्रशासन से मांग की है कि कस्बे और खेतों में जल निकासी की पुख्ता व्यवस्था की जाए, ताकि फसलों और आमजन को राहत मिल सके।
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