📍 बालोतरा | संवाददाता
राजकीय नाहटा जिला चिकित्सालय, बालोतरा के शिशु विभाग में विश्व स्तनपान सप्ताह के उपलक्ष्य में एक विशेष जनजागरूकता कार्यक्रम का आयोजन किया गया। इस आयोजन का मुख्य उद्देश्य नवजात शिशुओं और माताओं के स्वास्थ्य को बेहतर बनाने हेतु स्तनपान के महत्व को रेखांकित करना था।
मुख्य चिकित्सा अधिकारी डॉ. संदीप देवात ने कार्यक्रम को संबोधित करते हुए कहा, “माँ का दूध नवजात शिशु के लिए अमृत के समान है। यह न केवल उसकी रोग प्रतिरोधक क्षमता को मजबूत करता है, बल्कि मानसिक विकास में भी सहायक होता है।” उन्होंने माताओं से कम से कम 6 माह तक केवल स्तनपान कराने की अपील की और कहा कि इसके बाद भी पूरक आहार के साथ स्तनपान जारी रखना चाहिए।

स्तनपान के वैज्ञानिक लाभों पर विस्तृत जानकारी
स्तनपान प्रबंधन इकाई प्रभारी डॉ. मगराज नैन ने भी माताओं को संबोधित किया और स्तनपान के वैज्ञानिक लाभों पर प्रकाश डाला। उन्होंने बताया कि स्तनपान शिशु के लिए तो लाभकारी है ही, साथ ही यह माताओं को स्तन कैंसर, डिप्रेशन और मोटापे जैसी गंभीर बीमारियों से भी बचाता है।
कार्यक्रम के दौरान विशेषज्ञों द्वारा चित्र प्रदर्शन, प्रश्नोत्तरी, और लाइव डेमो के माध्यम से स्तनपान की सही तकनीक व प्रबंधन की जानकारी साझा की गई। अस्पताल का नर्सिंग स्टाफ व चिकित्सा कर्मी भी इस कार्यक्रम में सक्रिय रूप से शामिल रहे।

स्वस्थ समाज के निर्माण की दिशा में अहम कदम
इस अवसर पर एमसीएच प्रभारी डॉ. कमल मूंदड़ा, डॉ. दिव्येश, और अन्य स्वास्थ्य अधिकारी भी उपस्थित रहे। कार्यक्रम को प्रतिभागियों ने “प्रेरणादायक और बेहद उपयोगी” बताया।
आयोजन का मुख्य उद्देश्य स्तनपान के प्रति सामाजिक जागरूकता को बढ़ाना और समाज में स्वस्थ पीढ़ी के निर्माण की दिशा में कार्य करना रहा।
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