चौरासी (डूंगरपुर), संवाददाता सादिक अली
पूर्व सांसद व एआईसीसी के पूर्व सचिव ताराचंद भगोरा ने भारत आदिवासी पार्टी (बीएपी) और डूंगरपुर-बांसवाड़ा सांसद राजकुमार रोत पर तीखा हमला बोला है। सीमलवाड़ा में आयोजित पत्रकार वार्ता में उन्होंने बीएपी पर आदिवासी समाज और युवाओं को गुमराह करने का आरोप लगाया।
आदिवासी दिवस मनाने की तारीख पर उठाया सवाल
भगोरा ने कहा कि विश्व आदिवासी दिवस 9 अगस्त को अंतरराष्ट्रीय स्तर पर मनाया जाता है, लेकिन सांसद राजकुमार रोत ने झालावाड़ में इसे पहले ही मनाया, जिससे उनकी मंशा पर सवाल उठते हैं। उन्होंने आरोप लगाया कि समारोह के दौरान एक स्कूल की जर्जर छत गिरने से बच्चों की मौत हो गई, बावजूद इसके सांसद ने न तो पीड़ित परिवारों से मुलाकात की, और न ही संवेदना व्यक्त की, बल्कि डीजे बजवा कर स्वयं का स्वागत समारोह करवाया।
“आरक्षण के नाम पर युवाओं को भ्रमित किया”
पूर्व सांसद ने कहा कि भारत आदिवासी पार्टी और सांसद रोत ने कभी कांग्रेस पर आरक्षण बेचने का आरोप लगाया, और अब खुद ‘हर भील प्रदेश’ की मांग के जरिए आरक्षण को दरकिनार कर रहे हैं। यह सब केवल राजनीतिक लाभ और निजी स्वार्थ के लिए किया जा रहा है। भगोरा ने कहा कि युवाओं को रोजगार, शिक्षा और हक दिलाने की बजाय उन्हें भावनात्मक मुद्दों में उलझाया जा रहा है।
भाजपा पर भी साधा निशाना
ताराचंद भगोरा ने भाजपा पर भी निशाना साधते हुए कहा कि मनरेगा जैसी योजना को लगभग बंद कर दिया गया है, जिससे ग्रामीण क्षेत्रों में रोजगार का संकट पैदा हो गया है। उन्होंने कहा कि वर्तमान सरकार आमजन की समस्याओं से दूर हो चुकी है।
कांग्रेस मनाएगी आदिवासी दिवस
इस दौरान भगोरा ने घोषणा की कि कांग्रेस की ओर से चौरासी विधानसभा क्षेत्र के रास्ता पाल में विश्व आदिवासी दिवस मनाया जाएगा। यह वही भूमि है जहां वीर काली बाई कलासुआ और नाना भाई खांट ने शिक्षा और समाज के हक में अपने प्राणों की आहुति दी थी। इस मौके पर बड़ी संख्या में समाज के लोग जुटेंगे और आदिवासी अस्मिता को सम्मान देंगे।
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