फुलेरा, जयपुर
फुलेरा कस्बे से करीब तीन किलोमीटर आगे जोबनेर रोड पर स्थित डेलडॉ की ढाणी पुलिया पर बीचों-बीच बना गड्ढा अब जानलेवा बन चुका है। यह गड्ढा पिछले तीन वर्षों से धीरे-धीरे इतना बड़ा हो गया है कि अब पुल की मजबूती पर सवाल खड़े होने लगे हैं।
नेताओं और प्रशासन की लापरवाही
हैरानी की बात है कि इस गंभीर मामले पर न तो वर्तमान विधायक और न ही पूर्व विधायक ने ध्यान दिया। स्थानीय प्रशासन और जनप्रतिनिधि भी चुप्पी साधे बैठे हैं। ग्रामीणों का कहना है कि अगर समय रहते मरम्मत नहीं की गई तो आने वाले वर्षों में यह पुल पूरी तरह क्षतिग्रस्त हो सकता है।
करोड़ों की लागत से बना था पुल
ग्रामीणों ने बताया कि यह वही पुल है जो करोड़ों की लागत से फुलेरा-रेवाड़ी रेलमार्ग पर बनाया गया था। यदि इसका नियमित निरीक्षण और रखरखाव होता तो यह पुल 15-20 साल तक सुरक्षित रूप से उपयोग में लाया जा सकता था। लेकिन लापरवाही का आलम यह है कि पुल के दोनों ओर जंगली पेड़ उग आए हैं और न तो सफाई की गई और न ही मरम्मत।

क्या प्रशासन किसी हादसे का इंतजार कर रहा है?
ग्रामीणों ने सवाल उठाया है कि यदि किसी वाहन की वजह से गड्ढा और बड़ा हो गया या कोई दुर्घटना हो गई तो उसकी जिम्मेदारी किसकी होगी?
ग्रामीणों की मांग
- तुरंत प्रभाव से पुल की मरम्मत हो
- हर साल पुलों का तकनीकी निरीक्षण अनिवार्य किया जाए
- लापरवाह अधिकारियों पर कार्रवाई की जाए
स्थानीय निवासियों ने चेतावनी दी है कि यदि जल्द कोई ठोस कदम नहीं उठाया गया तो वे विरोध प्रदर्शन करने पर मजबूर होंगे।
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