पादूकलां (नागौर)
विधानसभा क्षेत्र मेड़ता सिटी के अंतर्गत आने वाला प्रमुख कस्बा पादूकलां, जिसकी आबादी लगभग 20 हजार है, आज भी पक्की सड़कों के इंतज़ार में है। कस्बे के भीतर और आसपास के ग्रामीण इलाकों में रास्तों की हालत बेहद खराब है। बरसात में कीचड़ और गड्ढों के कारण आवागमन मुश्किल हो जाता है, जबकि गर्मियों में धूलभरी सड़कें लोगों के लिए गंभीर परेशानी का कारण बनती हैं।
वर्षों से वादे, पर धरातल पर काम शून्य
ग्रामीणों का कहना है कि कई सालों से सड़क निर्माण और मरम्मत के वादे किए जाते रहे हैं, लेकिन आज तक ठोस कार्य नहीं हुआ। पादूकलां को ढाणियों और आसपास के गांवों से जोड़ने वाली मुख्य सड़कें लंबे समय से बदहाल हैं—
- पादूकलां–बस्सी की ढाणी मार्ग
- श्री सूरजपुरी महाराज देवस्थान मार्ग
- ईटावड़ा-पादूकलां मुख्य कनेक्टिविटी मार्ग
- पादूकलां–मेवड़ा मार्ग
- पादूकलां–केरिया-मकड़ा मार्ग
इन सड़कों पर सफर करना मानो खतरे से खेलने जैसा हो गया है। रात के समय हादसों का जोखिम और भी बढ़ जाता है।
किसानों को सबसे अधिक उठानी पड़ रही है परेशानी
ग्रामीणों ने बताया कि यदि सड़कें दुरुस्त हो जाएं तो किसानों को खेतों तक पहुंचने, फसल ढुलाई करने और अनाज को मंडियों तक पहुंचाने में बड़ी राहत होगी। परंतु लगातार शिकायतों, ज्ञापनों और मांगों के बाद भी इन सड़कों को किसी सरकारी योजना या सूची में शामिल नहीं किया जा रहा।
चुनाव आते हैं—वादे आते हैं, चुनाव जाते हैं—वादे गायब
ग्रामीणों का आरोप है कि चुनावी मौसम में नेताओं द्वारा सड़क निर्माण और विकास के बड़े-बड़े दावे किए जाते हैं, लेकिन परिणाम शून्य निकलते हैं। पादूकलां विकास के नाम पर सिर्फ कागज़ी योजनाओं में दर्ज है, जबकि जनता आज भी बुनियादी सुविधा—सड़क—की आस लगाए बैठी है।
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