लोकेशन: मांगरोल (बारां) रिपोर्टर: कुलदीप सिंह सोलंकी
विद्या भारती अखिल भारतीय शिक्षा संस्थान द्वारा संचालित आदर्श विद्या मंदिर विद्यालय में सप्तशक्ति संगम मातृ सम्मेलन का आयोजन किया गया, जिसमें बड़ी संख्या में मातृशक्ति ने उत्साहपूर्वक भाग लिया। कार्यक्रम की संयोजिका पुष्प लता सेन ने प्रस्तावना प्रस्तुत की।
मुख्य अतिथि व वक्ताओं ने दिए मार्गदर्शन
कार्यक्रम में मुख्य अतिथि अधिवक्ता मोना जैन, अध्यक्ष रोशनी सोनी तथा मुख्य वक्ता अरुणा शर्मा रहीं। मुख्य वक्ता श्रीमती शर्मा ने अपने उद्बोधन में भारतीय संस्कृति के अनुरूप परिवार निर्माण में मातृशक्ति की अहम भूमिका पर प्रकाश डाला। उन्होंने “भवन, भजन, भाषा, भोजन, भ्रमण” के माध्यम से परिवार प्रबोधन की विस्तृत चर्चा की।

नारी में विद्यमान सात शक्तियों के विकास पर जोर
मुख्य वक्ता ने कहा कि समरस समाज एवं समर्थ भारत के निर्माण के लिए सप्तशक्ति का जागरण अत्यंत आवश्यक है। नारी के अंदर विद्यमान सात गुण — श्री, कीर्ति, वाणी, स्मृति, मेधा, धृति, क्षमा — के विकास से ही समाज, राष्ट्र और विश्व पुनः वैभवशाली बनेंगे।
मां ही श्रेष्ठ समाज निर्माण की आधारशिला
मुख्य अतिथि ने मां के महत्व पर कहा कि मां ही बालक के चरित्र निर्माण के साथ श्रेष्ठ समाज और सशक्त राष्ट्र की मजबूत नींव रखती है। कार्यक्रम का समापन आभार ज्ञापन एवं शांति मंत्र के साथ हुआ।
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