बौंली क्षेत्र के खारीला व नागोलाव बांध ओवरफ्लो

चादरें चलीं, खेतों में पानी भरने से फसलें खराब होने की आशंका

📍 स्थान: बौंली, सवाई माधोपुर | 🖋️ रिपोर्टर: दीपक गिरी

बौंली उपखंड क्षेत्र में मानसून की जबरदस्त मेहरबानी के चलते खारीला बांध और नागोलाव बांध दोनों इस वर्ष समय से पहले ओवरफ्लो हो गए हैं। बौंली-जस्टाना सड़क मार्ग पर स्थित इन दोनों बांधों से चार से पांच इंच ऊँची चादरें बह रही हैं, जो देखने लायक दृश्य प्रस्तुत कर रही हैं। क्षेत्रवासियों के अनुसार, गत वर्ष ये बांध 10 अगस्त को ओवरफ्लो हुए थे, जबकि इस बार करीब एक महीने पहले ही यह स्थिति बन गई।


सड़क पर बह रहा पानी, मार्ग कटने की आशंका

खासकर नागोलाव बांध से निकलता ओवरफ्लो पानी अब सड़क के ऊपर से बहने लगा है, जिससे बौंली-जस्टाना मुख्य मार्ग पर जगह-जगह कटाव शुरू हो गया है। सड़क की सुरक्षा और यातायात बाधा को लेकर स्थानीय लोगों में चिंता का माहौल है। प्रशासन की ओर से अभी तक कोई चेतावनी या अवरोधक नहीं लगाए गए हैं।


10 फीट की पूरी भराव क्षमता हुई पूरी, नहरों से होगी सिंचाई

दोनों बांधों की अधिकतम भराव क्षमता 10 फीट है, जो शुक्रवार देर शाम पूरी तरह भर गई। इसके बाद ही ओवरफ्लो शुरू हुआ और पानी की चादरें बहनी शुरू हो गईं। बांधों के ओवरफ्लो की जानकारी मिलते ही स्थानीय लोग भारी संख्या में नजारा देखने पहुंच गए। जल्द ही इन बांधों से निकलने वाली नहरों के ज़रिए किसानों को सिंचाई का लाभ मिलने की संभावना है।


बौंली में सामान्य से अधिक वर्षा, खेतों में नुकसान की स्थिति

बौंली क्षेत्र की औसत वार्षिक वर्षा 600 मिमी मानी जाती है, लेकिन इस बार अब तक 612 मिमी बारिश हो चुकी है। औसत से अधिक बारिश के चलते तालाब, एनीकट और अन्य जल स्रोत पहले ही भर चुके हैं। कई खेतों में पानी भर गया है, जिससे मूंग, तिल और मूंगफली जैसी फसलों के खराब होने का खतरा मंडरा रहा है। स्थानीय किसानों का कहना है कि अगर बारिश ऐसे ही जारी रही, तो फसलें सड़ जाएंगी।


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