सूरतगढ़। प्रजापिता ब्रह्माकुमारी ईश्वरीय विश्वविद्यालय सूरतगढ़ की ओर से नशा मुक्त भारत अभियान के तहत शहर के विभिन्न स्थानों पर नशा मुक्ति कार्यक्रमों का आयोजन किया गया। स्टेडियम ग्राउंड में शहीद भगत सिंह डिफेंस अकादमी के युवाओं को नशे से दूर रहने की प्रेरणा दी गई, वहीं टैगोर सीनियर सेकेंडरी स्कूल और टैगोर बी.एड. कॉलेज के विद्यार्थियों को नशे से होने वाले दुष्परिणामों के बारे में जानकारी दी गई।
नशा विनाश की जड़ : बीके रानी बहन
केंद्र की संचालिका बीके रानी बहन ने विद्यार्थियों को संबोधित करते हुए कहा कि “नशा विनाश की जड़ है। इससे न केवल व्यक्ति का भविष्य खराब होता है बल्कि पूरा परिवार भी कष्ट झेलता है।” उन्होंने विद्यार्थियों को जीवनभर नशा न करने की शपथ भी दिलवाई।

सामाजिक संगठनों ने दिया संदेश
शराबबंदी आंदोलन की राष्ट्रीय अध्यक्ष पूजा छाबड़ा ने विद्यार्थियों को नशे से दूर रहने की सीख दी। भारत विकास परिषद के रमेश आसवानी ने नशे को धीमा जहर बताते हुए कहा कि गलत संगत युवाओं को नशे की ओर धकेल देती है, लेकिन समय रहते चेतना जरूरी है।
मानसिक तनाव भी नशा : बीके पुष्पा बहन
बीके पुष्पा बहन ने बताया कि नशा केवल शराब, तंबाकू या अन्य पदार्थों तक सीमित नहीं है, बल्कि मानसिक तनाव भी एक प्रकार का नशा है। तनाव व्यक्ति को अंदर से खोखला कर देता है और इसके गंभीर परिणाम सामने आते हैं।
युवाओं को प्रेरणा
आकाशदीप बंसल ने विद्यार्थियों को नशा न करने की प्रेरणा दी, जबकि शहीद भगत सिंह डिफेंस अकादमी के संचालक सलीम ने प्रतियोगी परीक्षाओं की तैयारी कर रहे युवाओं को नशा छोड़ने और जीवनभर न अपनाने की शपथ दिलवाई।
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