भरतपुर। जन्मदिन पर उपहार देने का सबसे सुंदर तरीका क्या हो सकता है? 32 वर्षीय राहुल मदेरणा ने इस सवाल का जवाब खुद दिया। समाज सेवा में 12 साल से सक्रिय राहुल ने अपनी मां आशा सिंह के जन्मदिन पर न कोई दिखावटी डिनर किया, न फिजूलखर्च पार्टी, बल्कि उन्होंने अनोखे अंदाज में अपनी मां को खास तोहफा दिया – स्वैच्छिक रक्तदान।
राहुल मदेरणा ने अब तक 50 बार रक्तदान कर अपनी हॉफ सेंचुरी पूरी की है। उन्होंने 18 साल की उम्र में पहली बार ब्लड डोनेट किया था और तभी से यह नेक काम जारी है। इस साहसिक पहल के लिए उन्हें भरतपुर में ‘रक्तवीर’ के नाम से जाना जाता है।

राहुल ने बताया कि एक यूनिट ब्लड से तीन लोगों की जान बचाई जा सकती है क्योंकि रक्त को अलग-अलग हिस्सों – रेड ब्लड सेल, व्हाइट ब्लड सेल और प्लाज्मा – में विभाजित किया जा सकता है। इसके अलावा, नियमित रक्तदान हृदय रोग, स्ट्रोक और अतिरिक्त आयरन से जुड़ी समस्याओं को भी कम करता है।
जन्मदिन के अवसर पर राहुल के साथ उनके सहयोगी मित्र विनय सारस्वत ने भी स्वैच्छिक रक्तदान किया। लोहागढ़ ब्लड बैंक के संस्थापक धर्मेंद्र सिंह ने राहुल और विनय को इस नेक कार्य के लिए सम्मानित किया। मौके पर डॉ. जितेंद्र, श्यामू सिंह, उपेंद्र एलटी और पवन सहित ब्लड बैंक की पूरी टीम मौजूद रही।
राहुल मदेरणा की यह पहल युवाओं के लिए प्रेरणास्रोत है और यह दिखाती है कि समाज सेवा और नेक काम के जरिए किसी का जन्मदिन और भी खास बनाया जा सकता है।
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