रावतसर (हनुमानगढ़)। संवाददाता: जगत जोशी
राजकीय चिकित्सालय रावतसर एक बार फिर विवादों के घेरे में आ गया है। आए दिन मरीजों और डॉक्टरों के बीच विवाद की खबरें यहां से सामने आती रही हैं, और अब एक नया मामला सामने आया है जिसमें डॉक्टर और उनके कथित निजी व्यक्ति पर मारपीट के गंभीर आरोप लगाए गए हैं।
मरीज के परिजन ने लगाए गंभीर आरोप
वार्ड 2 रावतसर निवासी श्योकत अली ने आरोप लगाया कि 31 जुलाई को वह अपनी पत्नी को दिखाने के लिए राजकीय अस्पताल लाया था। वहां तैनात डॉ. संजीव चौधरी और उनके साथ मौजूद एक कथित निजी व्यक्ति ने उसकी पत्नी और उसके साथ मारपीट की। इस हमले में उसकी पत्नी का हाथ टूट गया। श्योकत अली ने आरोप लगाया कि डॉक्टर संजीव चौधरी अपने चेंबर में निजी लोगों को बैठा कर मरीजों की पर्चियां जबरन अपने मेडिकल स्टोर पर भिजवाते हैं।
निजी क्लिनिक में काम करने का भी आरोप
श्योकत अली ने यह भी बताया कि डॉ. संजीव चौधरी अस्पताल में कार्यरत रहते हुए भी निजी क्लिनिक में मरीजों को देखते हैं, जो नियमों के विरुद्ध है। उन्होंने डॉक्टर को तत्काल बर्खास्त करने और कानूनी कार्रवाई की मांग करते हुए आज से अस्पताल के सामने अनिश्चितकालीन धरना शुरू कर दिया है।
प्रशासन की प्रतिक्रिया
धरना शुरू होते ही सूचना पर सीएमएचओ डॉ. नवनीत शर्मा मौके पर पहुंचे और धरना दे रहे लोगों को समझाने का प्रयास किया। उन्होंने डॉक्टर को हटाने का आश्वासन दिया, लेकिन डॉ. के खिलाफ एफआईआर दर्ज करने की मांग पर धरना जारी रहा।
स्थिति को देखते हुए स्थानीय प्रशासन की भूमिका पर भी सवाल उठ रहे हैं कि आखिरकार अस्पताल परिसर में निजी व्यक्तियों की मौजूदगी और उनके कथित हस्तक्षेप को क्यों नजरअंदाज किया जा रहा है।
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