स्थान: जोधपुर
रिपोर्टर: अभिषेक सैन
रेलवे ने अपने यात्रियों के लिए पारदर्शी, सरल और समयबद्ध सेवा की जवाबदेही को और अधिक मजबूत बनाते हुए ‘रेल मदद’ नामक केंद्रीकृत शिकायत निवारण तंत्र प्रारंभ किया है।
यह डिजिटल प्लेटफॉर्म यात्रियों की शिकायतों और यात्रा के दौरान उनकी तात्कालिक जरूरतों के त्वरित समाधान की दिशा में भारतीय रेलवे का एक ऐसा नवाचार है, जिसके माध्यम से यात्री न केवल अपनी शिकायत दर्ज कर सकते हैं, बल्कि उसकी हालिया स्थिति की लाइव ट्रैकिंग भी कर सकते हैं।
उत्तर पश्चिम रेलवे के जोधपुर मंडल रेल प्रबंधक अनुराग त्रिपाठी बताते हैं कि ‘रेल मदद’ पोर्टल (MADAD – Mobile Application For Desired Assistance During Travel) यात्रियों की शीघ्रता से मदद कर रहा है और यह उनके लिए यात्रा के दौरान बेहद सहायक साबित हो रहा है।
त्रिपाठी के अनुसार, बढ़ती ट्रेनों और यात्री यातायात के मद्देनजर रेलवे का दायित्व है कि प्रत्येक को मूलभूत सुविधाएं और बेहतर सेवाएं प्रदान की जाएं। इसके बावजूद, मेडिकल इमरजेंसी, कोच की स्वच्छता, खानपान, सुरक्षा और अन्य जरूरतों के लिए यात्री इस केंद्रीकृत सेवा का प्रयोग कर रहे हैं।
उन्होंने बताया कि रेलवे ने इस डिजिटल पोर्टल पर प्राप्त हर शिकायत के निस्तारण की समय सीमा तय की है और यदि निर्धारित समय में समाधान नहीं हुआ तो शिकायत स्वतः उच्च अधिकारियों तक पहुंच जाती है।
वर्तमान में उत्तर पश्चिम रेलवे ‘रेल मदद’ एप पर प्राप्त शिकायतों का औसत समाधान समय 24 मिनट है, जो संपूर्ण भारतीय रेलवे में दूसरे स्थान पर है। महाप्रबंधक अमिताभ के कुशल मार्गदर्शन में इस वर्ष 1 अप्रैल से 31 जुलाई तक प्राप्त 43,524 शिकायतों का तुरंत निस्तारण किया गया, जिनका औसत समाधान समय 24 मिनट रहा।
कई माध्यमों से आसान पहुंच
चलती ट्रेन में यात्री ‘रेल मदद’ का उपयोग वेबसाइट, मोबाइल एप, रेलवे हेल्पलाइन नंबर 139, X (पूर्व ट्विटर), रेल वन एप, व्हाट्सएप चैट बॉक्स, वॉइस रिस्पांस सिस्टम और एसएमएस के जरिए कर सकते हैं।
मुख्य सेवाएं
‘रेल मदद’ टिकट बुकिंग, रद्दीकरण, पीएनआर स्टेटस, ट्रेन की लाइव रनिंग स्टेटस, आगमन और प्रस्थान की जानकारी, कैटरिंग और पार्सल से जुड़ी जानकारी जैसी सेवाएं भी प्रदान करता है।
जोधपुर मंडल कर रहा 21 मिनट में समाधान
जोधपुर मंडल के सीनियर डीसीएम विकास खेड़ा ने बताया कि ‘रेल मदद’ पर प्राप्त शिकायतों की 24×7 वार रूम के माध्यम से निगरानी की जाती है। जुलाई माह में मंडल पर कुल 2,185 शिकायतें प्राप्त हुईं, जिनका औसत समाधान समय मात्र 21 मिनट रहा। यात्रियों से प्राप्त ‘एक्सीलेंट’ फीडबैक ने मंडल को गौरवान्वित किया है। रेल प्रशासन इस माध्यम से भी यात्री सेवा में पूरी तरह से प्रतिबद्ध है।
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