रियाँबड़ी (नागौर) |
रियाँबड़ी उपखंड मुख्यालय के मूनीजी महाराज के बड़ला स्थान पर आयोजित संगीतमय आठ दिवसीय शिव महापुराण कथा के चौथे दिन शिव-पार्वती विवाह का भव्य आयोजन हुआ। कथा वाचक संत उत्तमराम शास्त्री द्वारा श्रद्धालुओं को शिव विवाह प्रसंग की जीवंत कथा सुनाई गई, जिससे पूरा वातावरण भक्ति रस में डूब गया।

सजीव झांकी और मंत्रोच्चार के साथ हुआ विवाह आयोजन
कथा के दौरान शिव और पार्वती की सजीव झांकी प्रस्तुत की गई। मंत्रोच्चार के साथ वरमाला पहनाकर पारंपरिक पद्धति से विवाह का आयोजन किया गया, जिसे देखकर श्रद्धालु भाव-विभोर हो उठे। शिव बारात की झलक ने हर दर्शक को मंत्रमुग्ध कर दिया।

श्रद्धालु भजनों पर झूमे, ॐ नमः शिवाय से गुंजा वातावरण
शिव विवाह प्रसंग के दौरान महिला और पुरुष श्रद्धालु भजनों पर झूम उठे और भक्ति की अभिव्यक्ति में लीन हो गए। संगीतमय वातावरण में ‘ॐ नमः शिवाय’ का जाप करते भक्तों ने श्रावण मास की इस कथा को विशेष आध्यात्मिक ऊर्जा से भर दिया।

शिव महापुराण कथा बनी आस्था का केंद्र
श्रावण मास में हो रही इस शिव महापुराण कथा ने रियाँबड़ी को भक्तिमय बना दिया है। संत उत्तमराम शास्त्री के मुखारविंद से कथा श्रवण करने के लिए ग्रामीणों समेत आसपास के क्षेत्रों से भी बड़ी संख्या में श्रद्धालु पहुंच रहे हैं।

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