📍 दूदू | रिपोर्ट: डब्लू गोस्वामी
24 जुलाई 2025 को जयपुर जिले की दूदू विधानसभा में उस वक्त माहौल गरमा गया, जब किसान महापंचायत के बैनर तले सैकड़ों की संख्या में एकत्रित हुए किसान मजदूरों पर पुलिस द्वारा लाठीचार्ज किया गया। किसानों का यह शांतिपूर्ण धरना प्रदर्शन 10 सूत्रीय मांगों को लेकर एडीएम कार्यालय के सामने चल रहा था।
किसान महापंचायत के जिला अध्यक्ष बलदेव मेहरिया के नेतृत्व में किसान दूदू पुलिया से पैदल मार्च करते हुए ज्ञापन देने पहुंचे थे। प्रदर्शन स्थल पर चार घंटे तक किसानों ने तेज धूप में शांतिपूर्वक इंतजार किया, परंतु एडीएम और अन्य जिम्मेदार अधिकारी ज्ञापन लेने के लिए नहीं आए।

किसानों की मुख्य मांगें
किसानों द्वारा उठाई गई प्रमुख समस्याएं निम्नलिखित थीं:
- फैक्ट्री के रासायनिक पानी व मलवे से चरागाह भूमि खराब होना
- जहरीले पानी से सैकड़ों पशुओं की मौत
- खराब फसलों का मुआवजा न मिलना
- दूदू के युवाओं को रोजगार नहीं मिलना, जबकि बाहर से श्रमिक बुलाए जा रहे
- खेतों तक जाने के रास्ते खराब होना
- दूदू से सांभर रोड की अत्यधिक दुर्दशा

डिप्टी द्वारा अचानक लाठीचार्ज का आदेश
प्रदर्शन कर रहे किसानों के अनुसार, दूदू डिप्टी दीपक खंडेलवाल ने आवेश में आकर बिना चेतावनी के लाठीचार्ज का आदेश दे दिया, जिससे भगदड़ मच गई और कई लोग घायल हुए। मौके पर भारी पुलिस जाप्ता तैनात था।
किसानों ने पुलिस प्रशासन की इस कार्रवाई की कड़ी निंदा करते हुए कहा कि अगर स्थिति बिगड़ती तो टियर गैस का प्रयोग किया जा सकता था, शांतिपूर्ण प्रदर्शन पर लाठीचार्ज करना लोकतंत्र के खिलाफ है।
प्रशासन की चुप्पी पर सवाल
किसानों का कहना है कि प्रशासन द्वारा उपेक्षा और दमन के माध्यम से उनकी समस्याओं को दबाया जा रहा है। लाठीचार्ज की घटना ने आंदोलन को और उग्र कर दिया है। किसान नेताओं ने चेतावनी दी है कि यदि उनकी मांगों पर सुनवाई नहीं हुई तो आंदोलन को राज्यव्यापी स्तर पर ले जाया जाएगा।
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