फ़िरोज़ खान, सीसवाली/बारां।
कोटा-सीसवाली-मांगरोल मार्ग पर रोडवेज की नियमित बस सेवाएं बंद होने से क्षेत्र की जनता, खासतौर पर छात्र-छात्राओं और मरीजों को भारी परेशानी का सामना करना पड़ रहा है। इस संबंध में क्षेत्रवासियों ने रोडवेज मंत्री प्रेमचंद बैरवा से मांग की है कि रोडवेज की पूर्ववत बस सेवाओं को तत्काल बहाल किया जाए।
क्षेत्र के स्थानीय नागरिक एम.के. मिश्रा ने बताया कि पहले इस मार्ग पर कोटा डिपो की बसें हर एक घंटे में उपलब्ध रहती थीं, जिससे यात्रियों को सुविधा रहती थी। लेकिन कुछ समय पूर्व निजी बस संचालकों के दबाव में रोडवेज बसों का संचालन बंद हो गया, जिसके चलते अब लोगों को महंगा किराया चुकाकर सफर करना पड़ रहा है।
मिश्रा ने बताया कि पहले रोडवेज बस में सीसवाली से कोटा तक पुरुषों का किराया ₹70 और महिलाओं का ₹35 था, जबकि अब निजी बसें मनमर्जी से ₹100 तक किराया वसूल रही हैं। बढ़ा हुआ किराया आमजन की जेब पर अतिरिक्त बोझ डाल रहा है।
रोडवेज बस सेवा बंद होने से महिला यात्रियों, छात्र-छात्राओं, वरिष्ठ नागरिकों, दिव्यांगजनों और असाध्य रोगों से पीड़ित मरीजों को मिलने वाली रोडवेज की 57 प्रकार की रियायती और निशुल्क यात्रा सुविधाओं से भी वंचित होना पड़ रहा है। इसमें वरिष्ठ नागरिकों को आधा किराया, दिव्यांग और कैंसर रोगियों को निशुल्क यात्रा, तथा परीक्षार्थियों को परीक्षा से 5 दिन पहले और 5 दिन बाद तक फ्री यात्रा का लाभ शामिल है।
क्षेत्रवासियों का कहना है कि रोडवेज बस सेवा चालू होने से लोगों को आर्थिक राहत मिलेगी और परीक्षार्थी छात्रों को सरकारी योजनाओं का सही लाभ मिल सकेगा। लोगों ने मंत्री बैरवा से तत्काल हस्तक्षेप कर बसों का संचालन शुरू करवाने की मांग की है।
Discover more from THAR CHRONICLE
Subscribe to get the latest posts sent to your email.

